- बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है
- उन्हें भवन निर्माण विभाग ने 39 हार्डिंग रोड स्थित आवास विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष के तौर पर आवंटित किया था
- राजद ने इस आदेश को राजनीतिक प्रतिशोध बताया था और परिवार ने पहले आवास खाली करने से इनकार किया था
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने आवास को खाली करने की कवायद शुरू कर दी है. पिछले महीने भवन निर्माण विभाग में उन्हें 10 सर्कुलर रोड की जगह 39 हार्डिंग रोड स्थित आवास आवंटित किया था. 1 महीने बीत जाने के बाद राबड़ी आवास को खाली करने की प्रक्रिया शुरू हुई है. गुरुवार रात करीब 11 बजे 10 सर्कुलर रोड आवास में 3 से 4 पिक अप वैन अंदर गईं। इन गाड़ियों से गमले, पौधे और दूसरे सामन निकाले गए. हालांकि इस बारे में लालू परिवार या राष्ट्रीय जनता दल की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार परिवार अब इस आवास को खाली करने को तैयार हो गया है.
नए आवास के आवंटन पर जताया था विरोध
25 नवंबर को भवन निर्माण विभाग ने राबड़ी देवी को 39 हार्डिंग रोड स्थित आवास आवंटित किया था। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से उन्हें आवास मिला है. इस आदेश का मतलब साफ था कि उन्हें 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास खाली करना होगा, जहां वे करीब 20 साल से रह रही हैं. आवंटन के बाद राजद ने इसे राजनीतिक विद्वेष से की गई कार्रवाई बताया था.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने यहां तक कह दिया था कि डेरा खाली नहीं किया जाएगा. राजद का मानना है कि परिवार लंबे समय से इस आवास में रह रहा है, लालू प्रसाद यादव बीमार हैं और इस आवास में उनके हिसाब से सुविधाएं तैयार की गई हैं. इसलिए विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से उन्हें यही आवास मिलना चाहिए.
भाजपा ने उठाए थे सवाल
भाजपा के प्रवक्ता नीरज कुमार ने गुरुवार को ही राबड़ी आवास खाली न करने पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि नोटिस मिलने के एक महीने बाद भी आवास खाली नहीं करना गलत है. लालू परिवार को सरकारी मलाई खाने की आदत हो गई है. विरोध के बीच अब राबड़ी आवास खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. हालांकि सूत्र बताते हैं कि परिवार खरमास (14 जनवरी) के बाद ही आवास खाली करेगा.













