बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को मनोरंजन कर से छूट देने के लिए गुरुवार को राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि फिल्म देखने से ‘'लोगों का पेट नहीं भरता है.'' राबड़ी देवी ने विधान परिषद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर इस टिप्पणी के साथ तंज भी कसा कि गोधरा ट्रेन अग्निकांड के बाद गुजरात में हुए दंगों पर भी फिल्में बनाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘वे एक फिल्म को कर मुक्त कर रहे हैं. फिल्म देखने से लोगों का पेट नहीं भरता. यह बेरोजगारों को रोजगार नहीं देता है. सत्तारूढ़ सरकार को लगता है कि उसने कल्याणकारी योजनाओं के तहत कुछ किलोग्राम खाद्यान्न वितरित करके अपने सभी दायित्वों को पूरा कर दिया है.''
आरजेडी नेता राबड़ी देवी के पति लालू प्रसाद ने तत्कालीन रेल मंत्री के रूप में गोधरा ट्रेन अग्निकांड पर सवाल उठाए थे. राबड़ी देवी ने यह भी कहा कि पूरे गुजरात में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर फिल्में बनाई जानी चाहिए, जिसके तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे. इस बीच, आरजेडी के एक अन्य वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने एक बयान जारी करके इस मामले पर नीतीश कुमार की 'चुप्पी' की आलोचना की. तिवारी ने कहा, ‘‘बीजेपी, जो एक गठबंधन सहयोगी है, एक ऐसी फिल्म के लिए कर छूट प्राप्त करने में सफल रही है, जो एक समुदाय का खराब चित्रण करने के अलावा कुछ नहीं करती है. समाजवादी खेमे से ताल्लुक रखने वाले नीतीश कुमार से ऐसी उम्मीद नहीं थी.''
उन्होंने यह भी कहा कि यह बिना कारण नहीं है कि देशभर के बीजेपी नेता विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित और अनुपम खेर अभिनीत फिल्म के बारे में बाते कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अग्निहोत्री और खेर दोनों ही, बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्साही समर्थकों के तौर पर जाने जाते हैं.