Quad Summit : क्वॉड के नेताओं के बीच यह बैठक करीब 2 घंटे तक चलने की उम्मीद है. (फाइल)
नई दिल्ली:
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत के प्राचीन दर्शन वसुधैव कुटुंबकम के विस्तार को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखते हैं, जो पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है. हम परस्पर सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. हम साझा मूल्यों के साथ धर्मनिरपेक्ष, स्थिर और समृद्ध हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के लिए सहयोग बढ़ाएंगे.
- ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने कहा कि यह हिन्द प्रशांत क्षेत्र होगा, जो 21वीं सदी में दुनिया की किस्मत को तय करेगा. हम हिन्द प्रशांत क्षेत्र की चार महान लोकतांत्रिक शक्तियां हैं. हम अपनी साझेदारी के जरिये शांति, स्थिरता और समृद्धता को मजबूत करने के साथ क्षेत्र के अन्य देशों को अपने साथ आगे ले जाएंगे.
- अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि उनका देश इस क्षेत्र में स्थिरता के लिए क्वॉड के सदस्य देशों और क्षेत्र के अन्य सहयोगियों के साथ काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है. यह समूह विशेष तौर पर महत्वपूरम है, क्योंकि यह व्यावहारिक समाधानों और ठोस परिणामों पर फोकस करता है.
- ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा है कि क्वॉड देश हिन्द प्रशांत महासागर क्षेत्र, जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे.यह हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लिए सहयोग का नए स्तर का प्रयास है.
- निक्केई के मुताबिक,बैठक का एक और मुद्दा दुर्लभ खनिज तत्वों की उपलब्धता को सुरक्षित करना है. ये तत्व इलेक्ट्रिक कार मोटर्स जैसे उत्पादों के उत्पादन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
- चीन मौजूदा समय में दुनिया में दुर्लभ खनिज तत्वों का 60 फीसदी का उत्पादन कर रहा है. ऐसे में आपूर्ति को लेकर संकट पैदा हो सकता है.
- शीर्ष नेताओं के बीच यह वर्चुअल संवाद करीब 2 घंटे चलने की उम्मीद है. यह 2021 के अंत में इन नेताओं के बीच सीधी मुलाकात की बुनियाद रखेगा.
- पीएम मोदी औऱ जापान के पीएम के बीच मंगलवार को फोन पर बातचीत हुई. इसमें द्विपक्षीय रिश्तों के अलावा क्वॉड समिट के बारे में भी चर्चा हुई. जापान ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर में यथास्थिति बदलने के एकतरफा प्रयासों पर चिंता जताई.
- क्वॉड यानी चतुष्कोणीय सुरक्षा संवाद (Quadrilateral Security Dialogue) अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया का अनौपचारिक रणनीतिक फोरम है. वर्ष 2017 में चीन के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता के तौर पर यह चर्चा में आया. क्वॉड उन चार देशों के एक मजबूत समूह है, जिनका हाल ही के वर्षों में चीन के साथ किसी न किसी मुद्दे पर टकराव रहा है.
- अक्तूबर में क्वॉड की बैठक में भारत और चीन के बीच टकराव की पृष्ठभूमि में स्वतंत्र, खुला और समग्र हिन्द प्रशांत क्षेत्र पर जोर दिया गया था.नवंबर में क्वॉड के देशों ने दो चरणों के संयुक्त सैन्य अभ्यास मालाबार 2020 में हिस्सा लिया. यह बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में किया गया.
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