लेखक विनायक दत्त की पुस्तक 'पंजाब : फ्रॉम पर्सपेक्टिव ऑफ ए पंजाबी हिंदू' प्रकाशित हुई है. विनायक दत्त ने हाल ही में एक कार्यक्रम में इस किताब के बारे में कहा कि पंजाबी हिंदुत्व कट्टर और अखंड हिंदुत्व की तुलना में सूफीवाद के कहीं अधिक करीब है.
विनायक दत्त ने नई दिल्ली में अपनी पुस्तक पर एक चर्चा के दौरान कहा कि, "रामायण का मूल संस्करण ऋषि वाल्मिकी ने लिखा था. यह पंजाब में राम तीरथ नामक स्थान पर लिखा गया था. गीता का उपदेश कुरूक्षेत्र में दिया गया था. ऋग्वेद और हिंदुत्व का आधार बनने वाले अन्य ग्रंथ रावी के तट पर लिखे गए थे. रावी नदी पंजाब से होकर बहती है.''
दत्त ने कहा कि, "इन सभी तथ्यों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं और कई शोध पत्रों में भी इस पर प्रकाश डाला गया है." उन्होंने कहा कि वास्तविक हिंदुत्व कभी भी प्रतिगामी और हिंसक नहीं रहा है.
किताब में पंजाब के हिंदू समुदाय के सांस्कृतिक, धार्मिक इतिहास और पिछली दो शताब्दियों में पंजाब की राजनीति और अर्थ व्यवस्था में इसके योगदान का उल्लेख किया गया है.