पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह खत्म होती नहीं दिख रही है. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच कलह का मुद्दा पार्टी नेतृत्व तक पहुंच गया है. पार्टी ने इस मुद्दे के समाधान के लिए एक कमेटी का गठन किया था. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंप भी दी है. वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू और अमरिंदर सिंह ने पार्टी के बड़े नेताओं के साथ मुलाकात की. लेकिन फिर समाधान निकलता हुआ नहीं दिख रहा. मंगलवार को राहुल गांधी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बैठक हुई. इस बैठक में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे. लेकिन उनका कहना है कि बैठक में पंजाब चुनाव पर कोई चर्चा नहीं हुई है.
क्या थम गई पंजाब कांग्रेस की कलह, नवजोत सिंह सिद्धू के ट्वीट ने किया इशारा?
राहुल गांधी के घर से बैठक के बाद बाहर आते हुए हरीश रावत ने मीडिया से कहा, 'राहुल जी नेशनल लीडर हैं, उनसे कई लोग मिलते हैं, प्रशांत किशोर यहा आए तो इसका मतलब ये नहीं कि वो पंजाब के विषय में बात करने आए हैं.'
साथ ही उन्होंने कहा, 'अगले तीन चार दिन में पंजाब मुद्दे का समाधान हो जाएगा.'
बता दें, पिछले कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में खुलकर कलह देखने को मिल रही है. पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. पार्टी में कलह को दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था. इस समिति ने मुख्यमंत्री समेत पंजाब कांग्रेस 100 से अधिक नेताओं की राय ली और फिर अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी.
पंजाब में घमासान मचा, सस्पेंस बरकरार; ''इशारों-इशारों में'' बता रहे हैं संकेत उपाध्याय