पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab CM Charanjit Singh Channi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सुरक्षा चूक प्रकरण में बीजेपी (BJP) पर तीखा पलटवार किया है. उन्होंने बीजेपी के आदर्श पुरुष रहे देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabh Bhai Patel) के एक कथन का उल्लेख करते हुए केंद्र की सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोला है.
स्वतंत्रता सेनानी रहे सरदार पटेल की तस्वीर के साथ चन्नी ने ट्वीट किया, "जिसे कर्त्तव्य से ज़्यादा जान की फ़िक्र हो, उसे भारत जैसे देश में बड़ी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए !"
इससे पहले NDTV को दिए एक इंटरव्यू में चन्नी ने बीजेपी के उन आरोपों पर उग्र प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें कहा गया था कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने "हत्या के इरादों" के साथ पीएम मोदी के जीवन को खतरे में डाला था और जानबूझकर उनकी सुरक्षा में चूक कराई गई.
इंटरव्यू में चन्नी ने कहा था, "उनके जीवन के लिए खतरा कहाँ था? आपके एक किलोमीटर के दायरे में कोई नहीं था. कोई पत्थर नहीं फेंका गया, कोई गोली नहीं चलाई गई, कोई नारे नहीं लगाए गए. आप कैसे कह सकते हैं कि ऐसा 'मैंने करवाया था'! इतने बड़े नेता का इतना संवेदनशील बयान. लोगों ने आपको प्रधानमंत्री के रूप में वोट दिया - आपको जिम्मेदारीभरा बयान देना चाहिए. आप कह रहे हैं कि हम अपने प्रधानमंत्री को मारना चाहते हैं."
'ये पंजाबियत को बदनाम करने की साजिश', पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक के आरोपों पर बोले चन्नी
चन्नी ने कहा, 'पीएम मोदी की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था. यह पंजाब को बदनाम करने की साजिश है.' उन्होंने कहा, 'स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले सबसे अधिक लोग पंजाब से थे. ऐसे में पंजाब और पंजाबियों पर इस तरह के आरोप लगाना पूरी तरह गलत है. ' पीएम की जान को खतरा होने संबंधी आरोपों पर पक्ष रखते हुए चन्नी ने कहा, 'यह आधारहीन बयान है. यह पंजाब को बदनाम और राज्य को अस्थिर करने के प्रयास के तहत किया जा रहा है.' पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, 'अगर प्रधानमंत्री की तरफ कोई गोली आएगी, तो सबसे पहले मेरी छाती पर आएगी, इससे ज्यादा अब मैं क्या करूं.'
कांग्रेस ने बार-बार दावा किया है कि बीजेपी उस घटना का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है, जहां पीएम मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर फंस गया था, क्योंकि विरोध कर रहे किसानों ने फिरोजपुर जाने वाली सड़क को अवरुद्ध कर दिया था. प्रधानमंत्री वहां एक चुनावी रैली को संबोधित करने जा रहे थे.