पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (CM Amrinder Singh) और पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने आज पंजाब भवन में चाय पर मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच महीनों के टकराव के बाद चाय पर हुई मुलाकात राज्य की पार्टी इकाई में राजनीतिक संकट के अंत का प्रतीक हो सकती है.
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुलाकात के कुछ क्षण बाद कहा, "पंजाब संकट का समाधान हो गया है, आप देख सकते हैं."
नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब भवन पहुंचने के कुछ मिनट बाद कैप्टन भी वहां पहुंचे. क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू की पंजाब कांग्रेस में अध्यक्ष के रूप में नई भूमिका शुरू होने से पहले यह टी पार्टी आयोजित की गई थी. मुख्यमंत्री के खेमे द्वारा पुरजोर विरोध करने के बावजूद सिद्धू की पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा इस सप्ताह की शुरुआत में की गई थी. उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सुनील जाखड़ की जगह ली है.
कैप्टन बनाम सिद्धू - फिलहाल युद्ध विराम मगर जंग जारी रहेगी
क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के घोर आलोचक रहे हैं और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के कान भी रहे हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा था कि सिद्धू की पदोन्नति के मामले में पार्टी आलाकमान जो भी निर्णय लेगा, वह उसका सम्मान करेंगे.
अपनी नियुक्ति के बाद सिद्धू ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आज उद्घाटन कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था. सिंह को लिखे अपने पत्र में, जिसमें पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की उनके प्रचार में भूमिका पर जोर दिया गया था, उन्होंने कहा, "मेरा कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं है, केवल जन-समर्थक एजेंडा है. इस प्रकार, हमारे पंजाब कांग्रेस परिवार में सबसे बड़े होने के नाते, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया आइए और पीसीसी की नई टीम को आशीर्वाद दें."