पुणे पोर्शे कार हादसे मामले में अब एक और बड़ा खुलासा हुआ है. अब ये मालूम हुआ कि आरोपी के पिता की डॉक्टर से फोन पर 14 बार बातचीत हुई. दोनों के बीच ये बातचीत कार हादसे के बाद हुई. ये बातचीत हादसे के नाबालिग़ आरोपी के ब्लड सैंपल को बदलने को लेकर की गई. सुबह सवा आठ बजे पहली बार दोनों के बीच बातचीत का खुलासा हुआ. इसके बाद सुबह 11 बजे तक दोनों के बीच 14 बार दोनों में बात हुई.
आरोपी के दोस्तों के बयान दर्ज
इसके अलावा दोनों के बीच व्हाट्ऐप, फेसटाइम पर भी बातचीत होने का पता चला है. ससून अस्पताल के डॉक्टर्स की जांच रिपोर्ट आज राज्य सरकार को पेश की जाएगी. इस बीच पुलिस ने पोर्शे कार हादसे के वक्त मौजूद नाबालिग़ आरोपी के दोस्तों के बयान दर्ज किए हैं. पुणे सेशन कोर्ट में आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल, पब के मैनेजर, मालिक और कर्मचारियों ने ज़मानत की अर्ज़ी दी.
पुणे पोर्शे हादसा क्या है
19 मई की रात को पुणे में लग्जरी कार पोर्शे चला रहे नाबालिग ने दो बाइक सवार को टक्कर मारी थी. ये टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक पर सवार दोनों युवक और युवती की मौत हो गई थी. इस मामले का आरोपी जश्न मनाने के लिए पुणे के पबों में दोस्तों के साथ शराब पीने के बाद कल्याणी नगर क्षेत्र से जा रहा था. तभी उसने शराब के नशे में तेज रफ्तार से कार चलाते हुए दो बाइक सवार आईटी प्रोफेशनल्स को टक्कर मार दी. इस घटना में दोनों की ही मौके पर मौत हो गई थी.
कैसे सुर्खियों में आया पुणे पोर्श हादसा
जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने इस मामले के आरोपी को कस्टडी में लिए जाने के 15 घंटे के अंदर 4 अजीब शर्तों के साथ जमानत दे दी थी. इन शर्तों में आरोपी को सड़क हादसों पर निबंध लिखने और ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने को कहा था. इन अजीब शर्ताें के साथ जमानत मिलने पर ये मामला देशभर में सुर्खियां बटोर रहा है. अब इस मामले में और सख्त तरह से आगे की कार्रवाई हो रही है.
किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों की जांच के लिए समिति गठित
महाराष्ट्र सरकार ने पुणे कार दुर्घटना मामले में एक समिति गठित की है जो किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) के सदस्यों के आचरण की जांच करेगी और यह देखेगी कि क्या मामले में आदेश जारी करते हुए नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया था या नहीं. एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग (डब्ल्यूसीडी) ने पिछले सप्ताह पांच सदस्यीय समिति गठित की है.
उन्होंने बताया कि इसका नेतृत्व विभाग का उपायुक्त पद का एक अधिकारी कर रहा है और इसके अगले सप्ताह तक अपनी रिपोर्ट सौंपने की संभावना है.