अस्पताल में फायरिंग की घटना को लेकर राजस्थान के अलवर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बाबा बालकनाथ की पुलिस से गर्मागर्म बहस के बाद स्थानीय लोगों ने सोमवार को सांसद के खिलाफ प्रदर्शन किया, और सांसद की तस्वीर लगाकर पुतला जलाया. प्रदर्शनकारियों ने सांसद द्वारा पुलिस को सज़ा दिलाने की धमकी दिए जाने के बाद पुलिस का साथ दिया.
पुलिस के समर्थन में नारे लगाते प्रदर्शनकारियों ने सांसद के पुतले के गले में जूतों की माला भी पहनाई. प्रदर्शन के दौरान शूट किए गए कई वीडियो में देखा जा सकता है कि लगभग 30-40 लोग पुतले के साथ जुलूस निकाल रहे हैं, और पुतले को जूतों से मार भी रहे हैं.
प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे, "बाबा, तुम्हारा नकली चेहरा नहीं चलेगा..."
5 जनवरी को हुई गोलीबारी की घटना के आरोपियों में से एक ने बाबा बालकनाथ के कुछ समर्थकों के संदिग्धों से 4 जनवरी को मुलाकात करने का दावा किया, इसलिए सांसद के समर्थकों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. इस बात से सांसद गुस्सा हो गए, और बहरोड़ स्थित पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां बैरिकेडिंग की वजह से उन्हें रुकना पड़ा.
इसके बाद सांसद ने पुलिस के डिप्टी सुपरिंटेंडेंट आनंद राव समेत पुलिसकर्मियों को धमकी देते हुए कहा, "जब नौ महीने बाद सरकार बदलेगी, तब जो उसने किया है, उसे उसकी कीमत चुकानी होगी..." इसके बाद राज्य पुलिस प्रमुख ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया, तब सांसद वापस चले गए.
स्थानीय लोगों ने पुलिस के समर्थन में नारे लगाए, "DSP, तुम काम करते रहो, हम तुम्हारे साथ हैं..." इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने 'बालकनाथ मुर्दाबाद' और 'पुलिस प्रशासन ज़िन्दाबाद' के नारे भी लगाए.
प्रदर्शनकारियों ने DSP आनंद राव को आश्वस्त करते हुए सांसद का नाम लिए बिना कहा, "आपको यह पद विरासत में नहीं मिला है, बल्कि इसलिए मिला है, क्योंकि आप काबिल और सक्षम हैं... उन्हें अपना पद विरासत में मिला है... आप निडर होकर काम करते रहिए, बहरोड़ के सभी निवासी निष्पक्ष जांच के लिए आपके साथ हैं..."
DSP ने धमकी को लेकर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया, लेकिन कहा कि सांसद का व्यवहार जनता ने खुद देखा है.