संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, इस बार का अभी तक का सत्र काफी हंगामेदार रहा. आज फिर से संसद की कार्यवाही शुरू हुई. सत्र की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में सवाल पूछा. प्रियंका गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में इंसान और जानवरों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर सवाल किया था. प्रियंका गांधी ने लोकसभा में पूछा कि एक साल में जानवरों के हमले में 90 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. कल ही किसी पर जंगली जानवरों, जंगली हाथी द्वारा हमला हुआ. तो मैं यह भी पूछना चाहतीं हूं कि इस संघर्ष से प्रभावित होने वाले किसानों और आम लोगों के लिए मुआवज़ा का क्या बंदोबस्त है.
प्रियंका के सवाल पर क्या जवाब मिला
पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने प्रियंका गांधी वाड्रा के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वायनाड क्षेत्र के तीन तालुका क्षेत्रों में मैं खुद भी गया था, हम लोगों ने पूरी टीम बनाई गई थी. प्रशासन और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के साथ काम हुआ. ये जो कॉन्स्टेंसी क्षेत्र है, ये केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक का बड़ा एरिया है. उसमें संयुक्त क्षेत्र के तहत ही ये कॉन्स्टेंसी आती है. हमारी सरकार के द्वारा जो कार्य कराए गए, उसकी कॉपी मैं प्रोवाइड करा दूंगा.
वायनाड के लिए राहत पैकैज की मांग
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और केरल के कई अन्य सांसदों ने शनिवार को वायनाड की भूस्खलन त्रासदी के पीड़ितों के लिए राहत पैकेज की मांग को लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन किया था. संसद भवन के ‘मकर द्वार' के निकट प्रियंका गांधी और कई अन्य सांसद एकत्र हुए और ‘वायनाड के साथ भेदभाव बंद करो' के नारे लगाए. वायनाड से लोकसभा सदस्य प्रियंका गांधी ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘सरकार वायनाड को विशेष पैकेज देने से इनकार कर रही है. हमने गृह मंत्री (अमित शाह) से अनुरोध किया है और प्रधानमंत्री को लिखा है. इसी तरह हिमाचल प्रदेश में भी बड़े पैमाने पर तबाही हुई है और वे भी केंद्र से मदद मांग रहे हैं.''
उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों मामलों में केंद्र सरकार राजनीतिक कारणों से पीड़ितों को उनकी उचित सहायता से वंचित कर रही है. प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘भारत के नागरिक होने के नाते सभी समान व्यवहार के पात्र हैं और प्राकृतिक आपदाओं को लेकर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए.'' प्रियंका गांधी ने इसी मुद्दे पर पिछले दिनों गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
वायनाड त्रासदी पर क्या बोले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने गत बृहस्पतिवार को लोकसभा में कहा था कि विपक्षी दलों को वायनाड की भूस्खलन त्रासदी पर राजनीति नहीं करनी चाहिए क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस हादसे के बाद सजग और संवेदनशील थी तथा उसने राज्य को पूरी सहायता उपलब्ध कराई.