रेलवे (Eastern Railway) ने देश के सांस्कृतिक स्थलों के पर्यटन को बढ़ावा देने और टूरिस्ट पैकेज (Tourist package) के लिए निजी कंपनियों से हाथ मिलाने का फैसला किया है. इसके तहत रेल यात्रियों को खास पैकेज देने वाली कंपनियों को ट्रेनें किराये पर देने की तैयारी है. रेलवे ने भारत गौरव योजना (Bharat Gaurav) के तहत यह कदम उठाने का संकेत दिया है. ‘भारत गौरव' योजना के तहत बोगियों को यात्रा और पर्यटन के लिए किराये पर देने के लिए रेलवे तैयार है. पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक अरुण अरोड़ा ने ये सूचना दी.अरोड़ा ने कहा कि यह रेलवे का कोई प्राइवेटाइजेशन नहीं है. इससे पर्यटकों को बिना बाधा के एक ही जगह सभी सुविधाएं पाने में मदद मिलेगी.
रेलवे शुरू करेगा ‘भारत गौरव ट्रेन', यहां जानें क्या है खासियत
रेलवे की इस पहल का मकसद देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थान के लिए पर्यटन को बढ़ावा देना है. पूर्वी रेलवे ने निजी ऑपरेटरों को सहयोग की तैयारी कर ली है. पूर्वी रेलवे कई रूट और सांस्कृतिक स्थलों की योजना बनाने, ट्रेन संचालन, रखरखाव और समय की पाबंदी के लिए सहयोग मुहैया कराएगा.
कंपनियों को टूरिस्ट पैकेज देने की छूट होगी. इसमें रेल से यात्रा करना, ठहरना और पर्यटकों स्थलों का दौरा करना शामिल होगा. निजी ऑपरेटर उनसे नई बोगियां भी खरीद सकते हैं. ट्रेन की डिजाइनिंग और आंतरिक सजावट को रेलवे के नियमों के अनुसार ही रहेगा. ट्रेनों के भीतर और बाहर दोनों जगह विज्ञापनों की अनुमति दी जाएगी.
टूरिस्ट थीम के लिए रेल मंत्री अश्विन वैष्णव द्वारा घोषित ‘भारत गौरव' नीति के तहत पेशेवर टूर ऑपरेटरों के पास पर्यटक ट्रेनों को चलाने का अवसर होगा. इसमें वे एक एसी, 2एसी, 3एसी, स्लीपर और चेयर कार समेत ट्रेनों की 14 से 20 बोगियां लीज पर ले सकते हैं.
दिल्ली से रवाना 'श्री रामायण यात्रा' ट्रेन, भगवान राम से जुड़े स्थलों की कराएगी यात्रा