प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बुधवार तड़के हुए हादसे के बाद अब हालात सामान्य हो गए हैं. श्रद्धालु लगातार त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. दरअसल बुधवार को मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान (Mahakumbh Mauni Amavsya Amrat Snan) के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े, जिस वजह से संगम घाट पर भगदड़ ( Mahakumbh Stampede) मच गई थी. जिसकी वजह से 30 महिलाएं घायल हो गईं. उनको इलाज के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया.
महाकुंभ में भगदड़ जैसी स्थिति पर 10 बड़े अपडेट
- महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ से देर रात मची भगदड़
- ज़्यादा भीड़ की वजह से कुछ महिलाएं दम घुटने की वजह से बेहोश हो गईं
- त्रिवेणी पर कुछ महिलाएं घायल हो गईं, तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया
- घायल महिलाओं को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया
- अपार भीड़ को देखते हुए 13 अखाड़ों के शाही-संतों ने अमृत स्नान को टाला गया
- अब सीएम योगी ने कहा है कि श्रद्धालुओं के स्नान के बाद साधु-संत स्नान करेंगे
- पीएम मोदी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से चार बार फोन पर बात की
- घायलों को सेक्टर 2 में बने 100 बेड के केंद्रीय अस्पताल में ले जाया गया
- गंभीर घायलों को बेली अस्पताल और कालवीन भेजा गया
- अति गंभीर को स्वरुप रानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया
इस हादसे को देखते हुए सभी 13 अखाड़ों ने अपना अमृत स्नान रोक दिया था. अखाड़ों के साधु-संत अपने शिविरों को वापस लौट गए. उनका मानना था कि ऐसे हालात में अगर वह स्नान के लिए पहुंचे तो व्यवस्था को दुरुस्त रख पाना मुश्किल हो जाएगा. हालांकि उनका स्नान अब शुरू होने वाला है.
पीएम मोदी और सीएम योगी हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं. पीएम मोदी हादसे के बाद से सीएम योगी से चार बार बात कर चुके हैं. वहीं उन्होंने राज्य सरकार को स्थिति सामान्य करने और राहत पहुंचाने के निर्देश भी दिए.
महाकुंभ में कैसे मची भगदड़?
सीएम योगी ने बताया कि बैरिकेड को फांदने के कारण यह घटना हुई. भगदड़ के दौरान कई लोग घायल हुए हैं. हालांकि अभी हालात नियंत्रण में हैं. सीएम ने कहा कि प्रयागराज में भीड़ का भारी दबाव है. उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वह प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों पर ध्यान न दें. श्रद्धालु जिस भी घाट पर हैं, वहीं स्नान करें. संगम नोज पर स्नान जरूरी नहीं हैं, सभी को सकुशल स्नान कराना हमारी प्राथमिकता है.
अखाड़ों के साधु-संत कब करेंगे स्नान?
सीएम योगी ने कहा है कि प्रयागराज में आज करीब आज करीब 9 से 10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं. भीड़ का काफी दबाव है. इसीलिए पहले श्रद्धालु स्नान करेंगे और उसके बाद ही साधु-संत स्नान करेंगे.
अखाड़ा परिषद की श्रद्धालुओं से अपील
अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने भगदड़ के बाद श्रद्धालुओं से अपील की कि लोग जहां भी है, वहीं गंगा में स्नान करके अपने घर लौट जाएं और पुण्य का लाभ लें. उन्होंने पहले 13 अखाड़ों के स्नान नहीं करने की बात भी कही थी.उन्होंने कहा था कि साधु बसंत पंचमी का अमृत स्नान करेंगे.
पीएम मोदी ने CM योगी को दिया मदद का भरोसा
महाकुंभ में भगदड़ की स्थिति पैदा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और पीड़ितों की हर संभव मदद का भरोसा दिया. अधिकारियों के मुताबिक, अत्यधिक भीड़ के कारण यह भगदड़ हुई. संगम घाट पर भीड़ के पहुंचने से अफरातफरी मच गई. हालात सामान्य होने पर अखाड़ा परिषद स्नान को लेकर अपना फैसला लेगा. मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रात को 9.30 बजे तक है, तो अखाड़ा परिषद स्थिति सामान्य होने के बाद अमृत स्नान के बारे में फैसला ले सकता है.
मौनी अमावस्या पर संगम घाट पर क्या हुआ?
संगम से लगभग एक किलोमीटर दूर मेला क्षेत्र में ज़्यादा भीड़ होने की वजह से कुछ महिलाएं दम घुटने की वजह से बेहोश हो गईं. बेहोश होने की वजह से वे भीड़ के बीच गिर गईं. उनके गिरने की वजह से भगदड़ मच गई. घटना के तुरंत बाद, एंबुलेंस को तुरंत मौके पर भेजा गया और प्रभावित श्रद्धालुओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. करीब 25-30 महिलाओं को मेला क्षेत्र में बने केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना की वजह से अमृत स्नान शुरू होने में थोड़ी देर हुई. यूपी सरकार की तरफ़ से बताया गया कि भारी भीड़ की वजह से अखाड़ों का अमृत स्नान देर से शुरू होगा.
घायल श्रद्धालु अस्पताल में भर्ती
सभी घायलों को सेक्टर 2 में बने 100 बेड वाले केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. घायल मरीजों की कंडीशन के मुताबिक उनको शहर के सरकारी अस्पताल में रेफेर किया गया. गंभीर घायलों को बेली अस्पताल और कालवीन भेजा गया. अति गंभीरों को स्वरूप रानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया. भगदड़ जैसी स्थिति की वजह से कई लोगों के परिजन गायब हो गए. वह अपने परिजनों की तलाश में केंद्रीय अस्पताल पहुंचे.
महाकुंभ: मौनी अमावस्या का अमृत स्नान
मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है. इस अवसर पर करीब 10 लाख श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचकर त्रिवेणी में स्नान की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन स्नान शुरू होते ही वहां भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई.लेकिन अब एक बार फिर से स्नान जारी है.