चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं को सार्वजनिक तौर पर यह स्वीकार करने की चुनौती दी कि अगर भगवा दल पश्चिम बंगाल (West Bengal) में 200 सीटें हासिल करने में विफल रहा तो वे अपने पद छोड़ देंगे. इससे एक दिन पहले प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि बीजेपी बंगाल में सीटों के मामले में दहाई की संख्या तक भी नहीं पहुंच पाएगी. उन्होंने अपना आकलन दोहराते हुए कहा, "बीजेपी पश्चिम बंगाल में (सीटों के मामले में) दहाई के आंकड़े को पार करने में संघर्ष करेगी और 100 से कम सीटें हासिल करेगी. अगर उन्हें इससे ज्यादा सीटें मिलती हैं तो मैं अपना काम छोड़ दूंगा."
प्रशांत किशोर ने यह भी साफ किया कि अगर भगवा दल उनके बताए गए अनुमान से बेहतर प्रदर्शन करता है तो भी वह अपना काम छोड़ देंगे. प्रशांत किशोर, जिन्होंने साल 2014 में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार का सफलतापूर्वक प्रबंधन किया था, इस बार पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे हैं ताकि अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं को बढ़ाया जा सके.
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को ट्वीट किया था कि पश्चिम बंगाल में सीटें जीतने के मामले में बीजेपी दहाई की संख्या पार नहीं कर पाएगी. इसके बाद ट्विटर पर बीजेपी नेताओं के साथ उनकी जुबानी जंग शुरू हो गई थी.
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बंगाल यात्रा के बाद प्रशांत किशोर की टिप्पणी आई है. अमित शाह की यात्रा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता सुवेंदु अधिकारी, नौ विधायक एवं तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद बीजेपी में शामिल हो गए थे. शाह ने दावा किया है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में 200 सीटें जीतेगी.
क्या ममता बनर्जी ने टीएमसी को प्रशांत किशोर के पास गिरवी रख दिया है: कैलाश विजयवर्गीय
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल में पार्टी मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, "भाजपा की बंगाल में जो सुनामी चल रही है, सरकार बनने के बाद इस देश को एक चुनाव रणनीतिकार खोना पड़ेगा."