केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के इस बयान को हास्यास्पद बताया है कि इमरजेंसी यानी आपातकाल के समय इंस्टीट्यूशंस (सरकारी संस्थानों) को कमजोर नहीं किया गया. जावडेकर ने मंगलवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि यह बयान हास्यास्पद है.इमरजेंसी के दौरान उस वक्त की सरकार ने सारे संगठनों को कमजोर किया गया था.एमपी, एमएलए को गिरफ्तार किया गया. लगभग सारी पार्टियों को बैन किया गया था. यही नहीं, अखबारों को भी बंद किया गया था. जावडेकर ने कहा कि राहुल गांधी को RSS को समझने में काफी समय लगेगा. RSS दुनिया में देशभक्ति की सबसे बड़ी पाठशाला है.
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गौरतलब है कि वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) द्वारा लगाया गया आपातकाल एक “गलती” थी. कांग्रेस नेता ने कहा कि उस दौरान जो भी हुआ, वह “गलत” था. हालांकि वर्तमान परिप्रेक्ष्य से बिलकुल अलग था, क्योंकि कांग्रेस ने कभी भी देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास नहीं किया और आज जो हो रहा है, वो उससे भी बुरा है. अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) में प्रोफेसर और भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु के साथ ऑनलाइन चर्चा में राहुल गांधी ने यह बात कही थी.
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गुजरात के निकाय चुनावों में बीजेपी के प्रदर्शन के बारे में जावडेकर ने बताया कि गुजरात में जिला परिषद के चुनाव में बीजेपी ने सभी 31 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी की बड़ी सफलता है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2015 के जिलापंचायत चुना में कांग्रेस ने 22 सीटें जीती थीं जबकि बीजेपी को 9 सीट पर जीत मिली थी. उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों ने नए कृषि कानून के पक्ष में वोट दिया है. लोगों ने कांग्रेस के निगेटिव कैम्पेन को खारिज कर दिया है. कांग्रेस पार्टी ने कृषि कानूनों के खिलाफ कैम्पेन किया था. दिल्ली में एमसीडी उपचुनाव के नतीजों पर सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा, 'दिल्ली के नतीजों पर सिर्फ इतना कहूंगा कि जिसकी सीट जिसके पास थी उसके पास गई.'