दिल्ली वासियों को लगातार चौथे दिन बृहस्पतिवार को भी ‘खराब' वायु गुणवत्ता का सामना करना पड़ा और राष्ट्रीय राजधानी में 13 निगरानी केंद्रों पर संकेतक ‘रेड जोन' में रहे. सीपीसीबी द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली का एक्यूआई 285 दर्ज किया गया. एक दिन पहले यह 230 रहा था. यानी 24 घंटे के भीतर इसमें 55 अंकों का इजाफा हो गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के 15 इलाकों का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में रहा. बुधवार को आनंद विहार का एक्यूआई 439 यानी गंभीर श्रेणी में था, जबकि बृहस्पतिवार को यह आंशिक गिरावट के साथ 419 दर्ज किया गया.
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 13 (वायु गुणवत्ता) निगरानी केंद्रों -- अशोक विहार, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, बवाना, बुराड़ी, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, ओखला फेज 2, शादीपुर और विवेक विहार -- में ‘रीडिंग' 300 से ऊपर दर्ज की गई.
- समग्र वायु गुणवत्ता लगातार चौथे दिन भी ‘खराब' श्रेणी में रही तथा शाम 4 बजे 24 घंटे की औसत ‘रीडिंग' 285 दर्ज की गई.
- मौसम विभाग के अनुसार, शहर में दिनभर बादल छाए रहे और अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक है.
- बृहस्पतिवार को सापेक्षिक आर्द्रता 91 प्रतिशत और 55 प्रतिशत के बीच रही, जबकि न्यूनतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के औसत से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है.
- मौसम विभाग ने शुक्रवार को आसमान साफ रहने का पूर्वानुमान किया है तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 डिग्री सेल्सियस और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
- शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा', 51 से 100 तक को ‘संतोषजनक', 101 से 200 तक को ‘मध्यम', 201 से 300 तक को ‘खराब', 301 से 400 तक को ‘बहुत खराब' और 401 से 500 तक को ‘गंभीर' श्रेणी का माना जाता है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि ज्यादा प्रदूषण वाले 13 क्षेत्रों की निगरानी के लिए ‘ग्रीन वॉर रूम' के माध्यम से विभिन्न प्रदूषण नियंत्रण गतिविधियों के संबंध में विशेष अभियान शुरू किए जाएंगे. राय ने कहा कि पर्यावरण विभाग शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), परिवहन विभाग और दिल्ली यातायात पुलिस सहित अन्य प्रमुख विभागों के साथ एक आपात बैठक बुलाएगा.
राय ने बयान में कहा, ‘‘ग्रीन वॉर रूम के माध्यम से ज्यादा प्रदूषण वाले 13 क्षेत्रों की निगरानी के लिए विशेष अभियान शुरू किए जाएंगे.''
राय ने कहा कि योजना का क्रियान्वयन पहले ही शुरू हो चुका है, जिसमें प्रदूषण नियंत्रण की निगरानी के लिए एक ‘वॉर रूम' की स्थापना, पराली के प्रबंधन के लिए जैव घोल का छिड़काव, तथा निर्माण स्थलों को लक्ष्य बनाकर धूल रोधी अभियान चलाना शामिल है.