उत्तराखंड के पंतनगर काव्य महोत्सव में कविता पढ़ते समय एक व्यक्ति बेहोश हो गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. वह 68 वर्ष के थे. उधमसिंहनगर जिले के पंतनगर इलाके में हुई यह घटना रविवार की है.
ये कवि की आखिरी पंक्तियां थीं, "समय की सीमा है. हमें सैनिकों को सलाम करना है. और समय सीमा के भीतर हमें सनातन की प्रशंसा करनी है. मंच सजा है, मैं मौका नहीं चूकूंगा. लक्ष्य एक है, हम सब एक हैं.. मैं यह रिश्ता नहीं तोड़ूंगा.'' इससे पहले कि वह सैनिकों के सम्मान में आयोजित काव्य समारोह में कुछ और बोलते, वह फर्श पर गिर पड़े.
घटना का वीडियो अब वायरल हो गया है.
आयोजकों द्वारा उन्हें पंतनगर के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल के डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कवि का अंतिम संस्कार परिवार द्वारा मथुरा में किया गया.
रुद्रपुर के पुलिस अधीक्षक नगर मनोज कत्याल ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है और जांच की जा रही है.