प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पूर्वी समर्पित मालवहन गलियारा (ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा' खंड का उद्घाटन करेंगे.खुर्जा जक्शन के एस.एस. पी.के. गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर उद्घाटन करेंगे.पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद डा. महेश शर्मा ने कहा गलियारे के शुरू होने से क्षेत्र को बहुत लाभ होगा. वहीं स्थानीय सांसद डा. भोला सिंह ने कहा कि इससे खुर्जा के पॉटरी उद्योग केा विशेष लाभ होगा.प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में पहले कहा गया था कि इस गलियारे का 351 किलोमीटर लम्बा न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खंड उत्तर प्रदेश में स्थित है और इसे 5,750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
उसके अनुसार, यह खंड स्थानीय उद्योगों जैसे कानपुर देहात जिले के पुखरायां क्षेत्र स्थित एल्यूमीनियम उद्योग, औरैया जिले के दुग्ध उत्पाद उद्योग, इटावा जिले के कपड़ा और ब्लॉक प्रिंटिंग, फिरोजाबाद जिले के कांच के सामान के उद्योग, बुलंदशहर जिले के खुर्जा के पॉटरी उद्योग, हाथरस जिले के हींग उत्पादन और अलीगढ़ के ताले तथा हार्डवेयर उद्योग के लिए नए अवसर खोलेगा.
यह खंड मौजूदा कानपुर-दिल्ली मुख्य लाइन से भी भीड़भाड़ कम करेगा और उस हिस्से में ट्रेनें तेज रफ्तार से चल सकेंगी.
उल्लेखनीय है कि पूर्वी ईडीएफसी (1856 मार्ग किमी) लुधियाना (पंजाब) के पास साहनेवाल से शुरू होता है और पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड राज्यों से गुजरकर पश्चिम बंगाल के दानकुनी में समाप्त होता है.इसका निर्माण ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड' (डीएफसीसीआईएल) द्वारा किया जा रहा है, जिसे समर्पित मालवहन गलियारा के निर्माण और संचालन के लिए विशेष रूप से स्थापित किया गया है.
डीएफसीसीआईएल पश्चिमी समर्पित मालवहन गलियारा (1504 मार्ग किमी) का निर्माण भी कर रहा है जो उत्तर प्रदेश के दादरी को मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट से जोड़ता है. वह गलियारा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों से गुजरेगा.
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