प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को यहां 2,600 बिस्तरों वाले एक निजी अस्पताल का उद्घाटन किया. यह अस्पताल अत्याधुनिक तकनीक से लैस है, जिसमें एक केंद्रीकृत और पूरी तरह से स्वचालित प्रयोगशाला भी शामिल है. इस मौके पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे. इस अवसर पर बोलते हुए, प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां स्वास्थ्य और आध्यात्मिकता के बीच काफी नजदीकी संबंध है.
लगभग 130 एकड़ जमीन पर निर्मित इस अस्पताल में पूरी तरह स्वचालित केंद्रीकृत प्रयोगशाला, रोगी वार्ड और बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) की व्यवस्था होगी. 'अमृता अस्पताल' में सात मंजिला अनुसंधान खंड है और माता अमृतानंदमयी मठ के तत्वावधान में छह वर्ष की अवधि में इसका निर्माण किया गया है.
इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शुरू में 500 बिस्तरों की व्यवस्था होगी. अगले पांच वर्ष के दौरान चरणबद्ध तरीके से इसके पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है. 81 विशिष्टताओं वाले इस अस्पताल का संचालन पूरी तरह शुरू होने के बाद यह दिल्ली-एनसीआर और देश का सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा. अस्पताल के ‘रेजिडेंट मेडिकल डायरेक्टर' डॉ. संजीव के सिंह के अनुसार, परियोजना की कल्पना पहली बार 2012 में की गई थी और प्रारंभिक योजना इसे दिल्ली में स्थापित करने की थी, लेकिन अंततः इसे फरीदाबाद में बनाने का निर्णय लिया गया.