पीएम नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर गुजरात पहुंचे हैं. अपने दौरे की शुरुआत उन्होंने सूरत में रोड शो से की. इसके बाद उन्होंने सूरत 3400 करोड़ रुपये की सौगात दी. इसके तहत कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इनमें जल आपूर्ति, जल निकासी परियोजना, ड्रीम सिटी, जैव विविधता पार्क और अन्य विकास कार्यों जैसे सार्वजनिक बुनियादी सुविधाएं, विरासत सुरक्षा, सिटी बस/ बीआरटीएस बुनियादी सुविधाएं, इलेक्ट्रिक वाहन से जुड़ी आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त विकास कार्य शामिल हैं.
PM मोदी ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सूरत शहर लोगों की एकजुटता और जनभागीदारी, दोनों का बहुत ही शानदार उदाहरण है. हिन्दुस्तान का कोई प्रदेश ऐसा नहीं होगा, जिसके लोग सूरत की धरती पर न रहते हों. सूरत की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये शहर श्रम का सम्मान करने वाला शहर है.
उन्होंने आगे कहा कि इस सदी के शुरुआती दशकों में जब दुनिया में 3-P यानि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप की चर्चा होती थी, तब मैं कहता था कि सूरत 4-P का उदाहरण है. 4-P यानी पीपुल, पब्लिक, प्राइवेट, पार्टनरशिप. यही मॉडल सूरत को विशेष बनाता है. सूरत के कपड़ा और हीरा कारोबार से देशभर के अनेक परिवारों का जीवन चलता है. ड्रीम सिटी प्रोजेक्ट जब पूरा हो जाएगा तो सूरत, विश्व के सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक डायमंड ट्रेडिंग हब के रूप में विकसित होगा.
आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके तहत देश में अभी तक लगभग 4 करोड़ गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज मिल चुका है और इसमें से 32 लाख से अधिक मरीज गुजरात के हैं और लगभग सवा लाख सूरत से हैं. उन्होंने कहा कि बीते दो दशकों से विकास के जिस पथ पर सूरत चल पड़ा है, वह आने वाले सालों में और तेज होने वाला है. उन्होंने कहा, ‘‘यही विकास आज डबल इंजन (केंद्र और राज्य) सरकार पर विश्वास के रूप में झलकता है। जब विश्वास बढ़ता है तो प्रयास बढ़ता है और सबका प्रयास से राष्ट्र के विकास की गति तेज़ होती है.''