प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंगलवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में श्री महाकाल लोक कॉरिडोर (Shree Mahakal Lok Corridor) कॉरीडोर के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. 900 मीटर से अधिक लंबा महाकाल लोक कॉरिडोर पुरानी रुद्र सागर झील के चारो तरफ फैला है. 856 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस कॉरिडोर मध्य प्रदेश की तीर्थ नगरी उज्जैन में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 11 अक्टूबर यानी मंगलवार को इस भव्य कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर अहमदाबाद एयरपोर्ट से रवाना होगा और शाम साढ़े चार बजे इंदौर हवाई अड्डे पर पहुंचेगा. पीएम शाम 5 बजकर 25 मिनट पर महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगे. शाम 6.25 बजे से शाम 7.05 बजे के बीच महाकाल लोक राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इससे पहले वह महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि इसके बाद मोदी कार्तिक मेला मैदान में एक सार्वजनिक समारोह में हिस्सा लेंगे.
काशी से चार गुना बड़ा है कॉरिडोर
जैसे आप कॉरिडोर में प्रवेश करेंगे तो दो राजसी प्रवेश द्वार- नंदी द्वार और पिनाकी द्वार आपको नजर आएंगे. यहां आपको बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार 108 अलंकृत स्तंभों की एक आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्रों की एक श्रृंखला नजर आएगी. मध्य प्रदेश के सबसे बड़े तीर्थ स्थलों में से एक उज्जैन के इस कॉरिडोर के बनने के बाद महाकाल मंदिर परिसर दस गुना बड़ा हो गया है. पहले यह केवल 2 हेक्टेयर में फैला था लेकिन अब यह 20 हेक्टेयर में फैल गया है. पहले चरण में महाकाल लोक को 316 करोड़ रुपये में विकसित किया गया है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश का काशी विश्वनाथ कॉरिडोर 5 एकड़ में बना है, यानी महाकाल कॉरिडोर उससे 4 गुना बड़ा है. इस कॉरिडोर की कई विशेषताएं हैं जिसमें धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी करीब 200 मूर्तियां और भित्ती चित्र सजावट के रूप में सजाए गए हैं. कई भव्य और विशाल प्रतिमाओं से सुसज्जित इस कॉरिडोर में देश का पहला नाइट गार्डन भी बनाया गया है.
नाइट गार्डन में दंतकथाओं के बारे में मिलेगी जानकारी
नाइट गार्डन में महाकाल के भक्त भगवान शिव से जुड़ी कथाओं/दंतकथाओं के बारे में जान सकेंगे. इसके अलावा यहां त्रिपुरासुर वध, कमल ताल में भगवान शिव की मूर्ति, शिव तांडव, सप्त ऋषि, नवग्रह मंडल की विभिन्न भाग-भंगिमाओं की प्रतिमाएं और नंदी की मूर्तियां दिखेंगी. रुद्र सागर तालाब की लहरों पर म्यूजिकल फाउंटेन और वाटर स्क्रीन शो का आयोजन होगा, जिसमें पानी की लहरों में आपको महाकाल औऱ सिंहस्थ से जुड़ी फिल्में देखने को मिलेगी. महाकाल कॉरिडोर में 24 भवन भी बनाए गए हैं, जिसमें तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद हैं. यहां दिन और रात के हिसाब से खास तरह की रंग बदलती लाइटें लगाई गई हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को महाकाल लोक का भ्रमण कर आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की. चौहान ने कहा कि महाकालेश्वर मंदिर और ‘महाकाल लोक' के दर्शन करने के बाद रहस्यवादी और अद्भुत परिसर लोगों के दिलों में स्थायी जगह बना लेगा.