- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने GST सुधारों के तहत नवरात्रि से केवल दो टैक्स रेट लागू करने की घोषणा की है.
- GST लागू होने के बाद घरेलू खर्च में कमी आई है और इससे गरीब, मध्यवर्ग, किसान तथा युवाओं को लाभ हुआ है.
- 2014 से पहले कई वस्तुओं पर उच्च कर लगते थे, जिनमें साइकिल और बच्चों की टॉफी पर भी भारी टैक्स था.
PM Modi on GST Rate Change: राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों के साथ बातचीत करते हुए गुरुवार को पीएम मोदी ने GST रिफॉर्म पर बात की. उन्होंने बताया कि कांग्रेस राज में साइकिल पर भी 17 प्रतिशत टैक्स था. GST रिफॉर्म पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में GST में सुधार की जरूरत हुई. GST कम होने से घर का खर्च कम होगा. GST के टैक्स के जाल से लोगों को मुक्ति मिली है. पीएम मोदी ने कहा कि GST पर अपना वादा पूरा किया है. इस बार धनतेरस की रौनक ज्यादा होगी. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले हर सामान पर काफी टैक्स था. उस समय 100 रुपए के सामान पर 20-25 रुपए टैक्स लगता था.
GST सुधारों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "समय पर बदलाव किए बिना हम आज की वैश्विक परिस्थितियों में अपने देश को उसका उचित स्थान नहीं दिला सकते. मैंने इस बार 15 अगस्त को लाल किले से कहा था कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अगली पीढ़ी के सुधार ज़रूरी हैं. मैंने देशवासियों से यह भी वादा किया था कि इस दिवाली और छठ पूजा से पहले खुशियों का डबल धमाका होगा..."
GST रिफॉर्म पर PM मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
- अब जीएसटी और सरल हो गया है. सिर्फ़ 2 ही रेट होंगे, नवरात्रि के पहले दिन से यह लागू होगा.
- मातृ शक्ति से इसका काफ़ी संबंध है. नवरात्रि से ही करोड़ों परिवारों की ज़रूरतें सस्ती हो जाएँगी.
- धनतेरस पर रौनक ज़्यादा होगी.8 साल पहले जीएसटी लागू हुआ तो काफ़ी बड़ा सपना साकार हुआ.
- अनेक करों के जाल से मुक्ति मिली. 21वीं सदी में आवश्यकता को पूरा किया.
- मीडिया के साथी इसे जीएसटी 2.0 कह रहे हैं. यह देश की अर्थव्यवस्था को नई मज़बूती देगा.
- ग़रीब, मिडिल क्लास, किसान, नौजवान – सभी को फ़ायदा होगा.
- पनीर से लेकर शैम्पू–साबुन तक सब कुछ काफ़ी सस्ता हो जाएगा.
- आपका घरेलू ख़र्च काफ़ी कम हो जाएगा.
- आपको अपनी लाइफ़स्टाइल बढ़ाने में मदद मिलेगी.
- आपको अंततः तब पता चलेगा जब आप पुराने टैक्स से तुलना करेंगे.
- साल 2014 से क़रीब–क़रीब हर सामान की तुलना कर सकते हैं – उस समय कितना ज़्यादा टैक्स लिया जाता था.
- जीएसटी रिफॉर्म से लाइफस्टाइल ठीक करने में मदद मिलेगी. जीएसटी कम होने से युवाओं को बड़ा लाभ मिलेगा.
- बच्चों की टॉफी पर भी 21 प्रतिशत टैक्स लेते थे कांग्रेस वाले, साइकिल पर भी 17 फीसदी टैक्स लिया जाता था.
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