पीएम नरेंद्र मोदी ने आज डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरा होने के मौके पर इस अभियान के लाभार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. उन्होंने कहा कि शिक्षा का डिजिटल होना समय की मांग है. कोरोना महामारी ने इस प्रक्रिया को और तेज किया है. अब हमारी कोशिश है कि गांव में सस्ती और अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी मिले. सस्ते मोबाइल और दूसरे माध्यम उपलब्ध हो ताकि गरीब से गरीब बच्चा भी अच्छी पढ़ाई कर पाएं. वहीं देशभर के किसानों को इनाम प्लेटफार्म के प्रति भरोसा बढ़ा है. ENAM बनाया गया है इस सोच के साथ कि किसान देश के मंडियों में अच्छा सौदा कर सकें और उन्हें अपनी उपज का सबसे बेहतर कीमत मिले.
पीएम ने ये भी कहा कि "वन नेशन वन राशन कार्ड" की सुविधा देश के करोड़ों श्रमिकों के लिए बड़ी सुविधा बनकर उभरा है. शहर में जो मजदूर काम करते हैं वह "वन नेशन वन राशन कार्ड" की मदद से शहरों में राशन उठा रहे हैं और उनका परिवार बचे हुए कोटे का अनाज गांवों में उठा रहा है.
पीएम ने आगे कहा कि कल ही जीएसटी के 4 साल पूरे हुए हैं. पिछले 8 महीनों से जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ से ऊपर आ रहा है. करीब 1.28 करोड़ रजिस्टर्ड लाभार्थी इसका फायदा उठा रहे हैं. जीएसटी व्यवस्था के e-Way बिल सिस्टम से व्यापार और कारोबार दोनों पारदर्शी हुए हैं.
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रविशंकर प्रसाद ने कहा कि डिजिटल इंडिया के 6 साल पूरे हो गए. गरीबों के बैंक खाते खोले गए. कल्याणकारी योजनाओं के पैसे सीधे गरीबों के बैंक खाते में डाले हैं. आज डिजिटल एग्रीकल्चर के जरिए किसान अपनी फसल बेच रहे हैं.