सरकार बहुमत से और देश सर्वमत से चलता है: PM मोदी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग की ओर से तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए नेता चुने जाने के बाद मोदी ने कहा कि अगले कार्यकाल में उनकी सरकार अगले 10 साल में सुशासन, विकास, जीवन की गुणवत्ता और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी.

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वह अगली सरकार के सभी फैसलों में सर्वसम्मति सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे और उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सत्ता पाने के लिए किया गया कुछ दलों का गठबंधन नहीं है, बल्कि यह ‘राष्ट्र प्रथम' के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध एक स्वाभाविक गठबंधन है.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग की ओर से तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए नेता चुने जाने के बाद मोदी ने कहा कि अगले कार्यकाल में उनकी सरकार अगले 10 साल में सुशासन, विकास, जीवन की गुणवत्ता और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी.

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उन्होंने कहा कि आपसी विश्वास इस गठबंधन के मूल में है और वे ‘सर्व पंथ समभाव' के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध हैं.

उन्होंने दावा किया कि राजग जीत पचाना अच्छी तरह जानता है. मोदी ने कहा, ‘‘अगर हम गठबंधन के इतिहास में संख्या के लिहाज से देखें तो यह सबसे मजबूत गठबंधन सरकार है.''

उन्होंने कहा कि राजग अपने अस्तित्व के लगभग 30 साल के बाद से सबसे सफल चुनाव-पूर्व गठबंधन रहा है और इन करीब 30 साल में इसने तीन कार्यकाल पूरे कर लिये हैं और चौथा कार्यकाल शुरू करने वाला है.

प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा, ‘‘हम कभी नहीं हारे. चार जून के बाद हमारा आचरण दिखाता है कि हम जानते हैं कि जीत को कैसे पचाना है.''

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प्रधानमंत्री ने कहा कि वह पिछले 10 साल से संसद में भागीदारी और गुणवत्ता बहस की कमी महसूस कर रहे हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार उन्हें यह देखने को मिलेगी.

उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विपक्षी नेता राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखकर काम करेंगे. मोदी ने कहा, ‘‘वे हमारे विरोध में हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्र के विरोध में नहीं. मुझे उम्मीद है कि वे राष्ट्र हित की भावना के साथ संसद में आएंगे.''

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राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘इस जीत को स्वीकार न करने... इस जीत पर ‘हार की छाया' डालने की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन ऐसे सभी प्रयास विफल रह गए... इस तरह की चीजें बहुत जल्द खत्म हो जाती हैं और यही हुआ भी.''

बैठक में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के एन चंद्रबाबू नायडू, जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार, शिवसेना के एकनाथ शिंदे, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, जनता दल (सेक्युलर) के एच डी कुमारस्वामी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, जनसेना पार्टी के पवन कल्याण और भाजपा तथा राजग के अन्य सहयोगी दलों के नवनिर्वाचित सदस्यों ने हिस्सा लिया.

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सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्षी दलों के बीच गहरे मतभेद के कारण संसद में अतीत में अक्सर व्यवधान देखने को मिला, लेकिन मोदी ने सुलह का रुख अपनाते हुए कहा कि सरकार के गठन के लिए बहुमत आवश्यक है, लेकिन देश चलाने के लिए ‘‘सर्वमत बहुत जरूरी होता है.''

मोदी ने कहा, ‘‘मैं देश के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपने हमें बहुमत देकर सरकार चलाने का सौभाग्य दिया है और अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम देश को आगे ले जाने में सर्वसम्मति सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास करें.''

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उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी, जॉर्ज फर्नांडीस, बाल ठाकरे, शरद यादव और प्रकाश सिंह बादल समेत राजग के प्रमुख वास्तुकारों की सराहना करते हुए कहा, ‘‘मेरे लिए राजग का मतलब ‘न्यू इंडिया, डेवलप्ड इंडिया, एस्पिरेशनल इंडिया' है.''

मोदी ने विजयी रहे राजग नेताओं को बधाई दी और कहा कि उन्हें उन लाखों जमीनी कार्यकर्ताओं को सलाम करना चाहिए जिन्होंने इस जीत को सुनिश्चित करने के लिए काम किया.

उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे देश के इतिहास में सबसे सफल गठबंधन है. इसने तीन सफल कार्यकाल पूरे कर लिये हैं और अब अपने चौथे में प्रवेश कर रहा है. राजग उन दलों का समूह नहीं है जो सत्ता पाने के लिए एक साथ आए हैं, यह ‘राष्ट्र प्रथम' के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है.''

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के 10 राज्य ऐसे हैं जहां जनजातीय समूह की संख्या प्रभावी और निर्णायक है और इनमें से सात राज्यों में राजग की सरकार है. मोदी ने कहा कि ‘इंडी गठबंधन' के दलों ने पहले ही कहना शुरू कर दिया है कि वे केवल लोकसभा चुनाव के लिए साथ आए हैं.

उन्होंने कहा कि इस तरह का रवैया उनके चरित्र, सत्ता की भूख को दर्शाता है. मोदी ने कहा, ‘‘हमारे 10 साल सिर्फ एक ‘ट्रेलर' थे. हम अपने देश के विकास के लिए बहुत मेहनत और तेजी से काम करेंगे. लोग जानते हैं कि हम कर दिखाएंगे.''

प्रधानमंत्री ने कहा कि वह संसदीय बहस की कमी महसूस कर रहे थे और उम्मीद करते हैं कि विपक्षी सांसद भी संसद में आने पर राष्ट्र निर्माण में योगदान देंगे.

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी 100 सीट के आंकड़े को भी नहीं छू सकी और पिछले तीन लोकसभा चुनावों में उनकी कुल सीट इस चुनाव में भाजपा की सीट से भी कम रही.

उन्होंने कहा, ‘‘हमें यह जानकर खुशी हो रही है कि पहली बार हमारा कोई प्रतिनिधि केरल में विजयी हुआ है. अरुणाचल प्रदेश में हमारा प्रदर्शन शानदार रहा है. सिक्किम में भी हमने लगभग ‘क्लीन स्वीप' दर्ज कर लिया है. आंध्र प्रदेश में यह एक ऐतिहासिक जीत है. जिस तरह से तमिलनाडु में राजग का मतदान प्रतिशत बढ़ा है, वह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि भविष्य में क्या होने वाला है.''

मोदी ने कहा, ‘‘पिछले 10 साल में हमने देश को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए काम किया. एक सामान्य चीज जो राजग के नेतृत्व के प्रमुख स्तंभों में मौजूद है, वह है सुशासन.''

उन्होंने कहा कि राजग को जब भी सेवा का मौका मिला, उसके प्रत्येक नेता ने पूरे भारत में सुशासन सुनिश्चित किया है. राजग सुशासन का पर्याय बन गया है.''

उन्होंने कहा कि राजग के घटक दलों का आपस में विश्वास का सेतु इतना मजबूत है और यह अटूट रिश्ता विश्वास के मजबूत धरातल पर है. यह सबसे बड़ी पूंजी होती है.''

मोदी ने कहा, ‘‘हम सर्व पंथ समभाव और संविधान को समर्पित लोग हैं. हमारा गोवा हो या हमारा पूर्वोत्तर भारत... जहां बहुत बड़ी मात्रा में ईसाई भाई-बहन रहते हैं. आज इन राज्यों में भी राजग को सेवा करने का अवसर मिला हुआ है.''

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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