भुवनेश्वर में 3 दिन का प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन, पीएम मोदी 9 जनवरी को करेंगे उद्घाटन

मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने बताया कि इस कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक प्रवासी भारतीय शामिल होंगे.  भुवनेश्वर, पुरी और जाजपुर में 21 जगहों को चुना गया है, जहां उन्हें ले जाया जाएगा. सम्मेलन का उद्देश्य ओडिशा में इंटरनेशनल टूरिस्ट्स को बढ़ाना है. 

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कल ओडिशा जाएंगे पीएम मोदी.
भुवनेश्वर:

ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आज से तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम (Pravasi Bharatiya Divas Convention) का आयोजन किया जा रहा है. 50 से ज्यादा देशों के गणमान्य इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को इस कार्यक्रम का औपचारिक रूप से उद्घाटन करेंगे. वहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 जनवरी को समापन भाषण देंगी.विदेश मंत्रालय के अनुसार, इसमें मुख्य अतिथि त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू का डिजिटल तरीके से संबोधन होगा.  सम्मेलन का विषय ‘विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान' है. 

5 हजार से ज्यादा प्रवासी भारतीय होंगे शामिल

वहीं, मुख्य सचिव मनोज आहूजा ने बताया कि इस कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक प्रवासी भारतीय शामिल होंगे.  भुवनेश्वर, पुरी और जाजपुर में 21 जगहों को चुना गया है, जहां उन्हें ले जाया जाएगा. सम्मेलन का उद्देश्य ओडिशा में इंटरनेशनल टूरिस्ट्स को बढ़ाना है.  अमित कुमार ने आईएएनएस से बातचीत में इस कार्यक्रम के बारे में कहा कि मैं भारतीय हूं और पिछले 16 साल से सिंगापुर में रह रहा हूं और वहीं काम कर रहा हूं. मैं स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक में कार्यरत हूं. मैं भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ सिंगापुर की तरफ से आया हूं और सिंगापुर के उच्चायोग ने हमें बुलाया था.

"पीएम मोदी ने हमें आमंत्रित किया"

मोहन चरण मांझी भी हमारे साथ थे, हम लोग उनसे मिले थे. उन्होंने भी हमें प्रधानमंत्री मोदी जी की तरफ से आमंत्रण दिया था और अपनी तरफ से भी हमें बुलाया था. यह बहुत सुखद बात है कि प्रधानमंत्री का संदेश हम तक पहुंचा और इसी तरह से यह संदेश दुनिया भर में फैल रहा होगा. आप समझ सकते हैं कि सरकार का दृष्टिकोण कितना स्पष्ट है कि वह जमीनी स्तर तक पहुंच रही है, और यह बहुत ही दुर्लभ है.

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 विकसित भारत के बारे में आप क्या कहेंगे, और पिछले दशक में आपने क्या बदलाव महसूस किया है? इस पर उन्होंने कहा कि सबका विकास समान रूप से हुआ है और सब पर समान ध्यान दिया जा रहा है, चाहे वे देश में हों या किसी भी तबके से. आप देख सकते हैं कि हमारे लोकेश जो दुनिया में सबसे युवा चैंपियन बने, मोदी जी ने उन्हें बुलाया, उनसे बात की और पूछा कि वे देश को और कैसे आगे बढ़ा सकते हैं. अगर प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण इतना स्पष्ट हो कि हर व्यक्ति तक पहुंचा जाए, तो इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है?

भारतीय होने पर हमें गर्व

आपको यह भी पता है कि भारत की जनसंख्या आज दुनिया में पहले या दूसरे स्थान पर है, और इस तरह सभी तक पहुंचना संभव हो पाया है. जहां भी हम रहे, चाहे वह अफ्रीका में हो या ग्वाना में, हर कोई आज अपने आप को भारतीय होने पर गर्व महसूस करता है. भारतीयों का सम्मान विदेशों में बहुत बढ़ गया है, और इसे शब्दों में नहीं कहा जा सकता.

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वहीं, डॉक्टर अरुण कुमार प्रहेराज ने कहा कि मैं इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए बहरीन से आया हूं. पिछले 10 वर्षों में भारत में जो परिवर्तन और प्रगति देखी है, वह बहुत ही सकारात्मक रही है. ओडिशा में होने जा रहा 18वां प्रवासी भारतीय सम्मेलन एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि यह हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है. ओडिशा में खनिज संसाधन, पर्यटन सुविधाएं और अन्य संभावनाओं से भरपूर अवसर हैं, जो राज्य को और अधिक विकसित बना सकते हैं.

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भारतीय समुदाय विदेशों में सम्मानित महसूस कर रहा

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, भारतीय समुदाय विदेशों में भी बहुत सम्मानित महसूस करता है. भारतीय दूतावासों द्वारा विदेशों में भारतीयों को उनकी सुविधाओं, निवेश के अवसरों और सांस्कृतिक जागरूकता के बारे में शिक्षा दी जा रही है. यह पूरी दुनिया में भारतीयों की पहचान और प्रभाव को बढ़ा रहा है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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