- जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव के तहत 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के तीन आतंकवादी मारे गए थे.
- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हैरान हूं कि ठहाके लगाकर पूछा गया कि आखिर ऑपरेशन महादेव सोमवार को ही क्यों हुआ.
- अमित शाह ने लोकसभा में बताया कि सुलेमान, अफगान और जिब्रान नाम के तीन आतंकवादी मुठभेड़ में मारे गए थे.
ऑपरेशन सिंदूर के साथ ही मंगलवार को लोकसभा में 'ऑपरेशन महादेव' का भी जिक्र हुआ. सोमवार को जम्मू कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों की तरफ से चलाए गए इस ऑपरेशन में उन तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले में शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब मंगलवार को सदन में बोल रहे थे तो उन्होंने इसका जिक्र किया कि कैसे कुछ विपक्षी सांसद इस ऑपरेशन को सावन के सोमवार से जोड़ रहे थे और मजाक उड़ा रहे थे.
क्यों ढूंढ़ा गया सावन का सोमवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'पहलगाम के हमलावरों को कल हमारे सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन महादेव में अपने अंजाम तक पहुंचाया. लेकिन मैं हैरान यहां ठहाके लगाकर पूछा गया कि आखिर यह कल ही क्यों हुआ. क्या ऑपरेशन के लिए सावन महीने का सोमवार ढूंढा गया था क्या? हताशा और निराशा इस हद तक. पहले तक पूछ रहे थे कि पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ. जब हुआ तो पूछ रहे हैं कि कल ही क्यों हुआ. क्या हाल है.'
पीएम ने दिया उदाहरण
पीएम मोदी ने कहा, 'शास्त्रों में कहा गया है कि शस्त्रेण रक्षिते राष्ट्रे शास्त्र चिंता प्रवर्तते' जब शास्त्र शस्त्र से सुरक्षित होते हैं, तभी वहां शास्त्र और ज्ञान की चर्चाएं जन्म ले पाती है. जब सीमा पर सेनाएं मजबूत होती हैं, तभी लोकतंत्र प्रखर होता है. ऑपरेशन सिंदूर बीते दशक में भारत की सेना के सशक्तीकरण का एक साक्षात प्रमाण है.' केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को लोकसभा में कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले तीन आतंकवादी ‘ऑपरेशन महादेव' के तहत मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं.
गृह मंत्री ने भी दी जानकारी
अमित शाह ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए यह जानकारी दी. शाह ने कहा, 'मैं सदन के माध्यम से, कल हुए ‘ऑपेरशन महादेव' की जानकारी पूरे देश को देना चाहता हूं. कल ‘ऑपेरशन महादेव' में सुलेमान, अफगान और जिब्रान नाम के तीन आतंकवादी...सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में मारे गए.'
उन्होंने बताया, ‘सुलेमान, लश्कर-ए-तैयबा का ए श्रेणी का कमांडर था. पहलगाम और गगनगीर आतंकी हमले में वह शामिल था, इसके बहुत सारे सबूत हमारी एजेंसियों के पास हैं. अफगान और जिब्रान भी ए श्रेणी के आतंकवादी थे.'
पूरी छानबीन के बाद हुई पुष्टि
गृह मंत्री ने जानकारी दी 'जिन्होंने पहलगाम की बैसरन घाटी में हमारे निर्दोष नागरिकों को मारा था, उनमें ये तीनों आतंकवादी शामिल थे और कल तीनों ही मारे गए. मैं सेना के पैरा 4, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सभी जवानों को सदन और पूरे देश की ओर से बहुत-बहुत साधुवाद देता हूं.' उन्होंने यह भी बताया कि पूरी छानबीन के बाद यह पुष्टि की गई कि इन तीनों आतंकवादियों ने ही 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निर्दोष लोगों की जान ली थी.