भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते को अंजाम देने के कुछ घंटे बाद पीएम मोदी ने किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच आयुर्वेद, योग से लेकर क्लाइमेट चेंज और कॉमनवेल्थ तक कई मुद्दों पर चर्चा हुई. इसके बाद पीएम मोदी गुरुवार रात यूके से रवाना हो गए. अब वह 26 जुलाई तक मालदीव में रहेंगे.
किंग चार्ल्स के साथ 'एक पेड़ मां के नाम'
पीएम मोदी और किंग चार्ल्स के बीच ये मुलाकात गुरुवार को उनके ग्रीष्मकालीन आवास सैंड्रिंघम एस्टेट में हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने 'एक पेड़ मां के नाम' पहल के तहत किंग चार्ल्स को डविडिया इनवोलुक्रेटा 'सोनोमा' का एक पौधा भेंट किया. उन्होंने इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए किंग को धन्यवाद भी दिया. इस पौधे को सैंड्रिंघम एस्टेट में ही लगाया जाएगा.
किंग के साथ आयुर्वेद, योग पर चर्चा
यूके की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे पीएम मोदी ने किंग चार्ल्स की सेहत में सुधार पर खुशी जताई और आयुर्वेद व योग का फायदा पूरे विश्व के लोगों तक पहुंचाने पर चर्चा की. दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर भी बातचीत हुई. उन्होंने माना कि भारत-यूके ट्रेड एग्रीमेंट दोनों देशों के बीच साझेदारी में नया मील का पत्थर साबित होगा.
किंग चार्ल्स ने भारत की तारीफ की
इस दौरान किंग चार्ल्स ने भारत द्वारा अक्षय ऊर्जा और सतत विकास में हासिल की गई उपलब्धियों की तारीफ की. दोनों ने क्लाइमेट चेंज और सस्टेनेबिलिटी पर मिलकर काम करने के तरीकों पर भी चर्चा की. इस पर भी विचार किया कि कॉमनवेल्थ के लिए भारत-यूके किस तरह मिलकर काम कर सकते हैं.
ब्रिटिश पीएम के साथ 'चाय पे चर्चा'
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश पीएम केअर स्टार्मर के साथ 'चाय पे चर्चा' की. पीएम ने खुद इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि चेकर्स में पीएम स्टार्मर के साथ 'चाय पे चर्चा' करते हुए रिश्तों में गर्माहट महसूस की. दोनों नेताओं ने चेकर्स में भारत-यूके के बीच आर्थिक संबंधों को प्रदर्शित करती एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया.
आर्थिक भगोड़ों के प्रत्यर्पण की मांग की
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटिश पीएम से मुलाकात के बाद कहा कि आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण के मामले में भी हमारी एजेंसियां निकट समन्वय और सहयोग के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगी. भारत ने भगोड़ा घोषित कई आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण की ब्रिटेन से मांग की है.
भारत विजय माल्या, नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे भगोड़े अपराधियों के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाता रहा है. बाद में, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस वार्ता में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक अपराधियों और भगोड़ों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए ब्रिटेन से सहयोग मांगा.