संसद में सरकार और विपक्ष के बीच जोरदार घमासान देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अगले अध्यक्ष के चयन पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात कीं. सूत्रों ने बुधवार दोपहर को एनडीटीवी को इस बारे में जानकारी दी. राहुल गांधी और खरगे संसद में विपक्ष के नेता के रूप में उस समिति के सदस्य हैं जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री करेंगे. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे. यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब संसद में सरकार और विपक्षी दलों एक-दूजे के आमने-सामने हैं. संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर को समाप्त होगा.
अमित शाह के किस बयान पर हंगामा
राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर दिए बयान पर विवाद बढ़ गया है. विपक्ष का आरोप है कि गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में अपने भाषण में डॉ. बीआर अंबेडकर का अपमान किया. जिस पर अब राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अमित शाह पर निशाना साधा और उनके इस्तीफे की मांग की. अमित शाह ने कहा था, ‘‘ अभी एक फैशन हो गया है - अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता.''
राहुल गांधी और खरगे, गृह मंत्री के बयान पर क्या बोले
विपक्ष की तीखी आलोचनाओं के बीच अमित शाह ने दावा किया, "अंबेडकर जी ने कई बार कहा कि वे अनुसूचित जातियों और जनजातियों के साथ किए जा रहे व्यवहार से संतुष्ट नहीं हैं." इस टिप्पणी पर राहुल गांधी ने तीखे हमले किए और उन्होंने कहा, "मनुस्मृति का पालन करने वालों को स्वाभाविक रूप से अंबेडकर से परेशानी होगी. "खरगे ने कहा कि फिर साबित कर दिया है कि भाजपा और उसके वैचारिक अभिभावक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, देश के हितों के खिलाफ हैं. विपक्ष को हमलावर होते देख पीएम मोदी ने भी अमित शाह का बचाव किया.
अमित शाह के बचाव में पीएम मोदी क्या बोले
पीएम मोदी ने लिखा कि अगर उन्हें (कांग्रेस) को लगता है कि "दुर्भावनापूर्ण झूठ" डॉ. अंबेडकर के अपमान को छिपा सकते हैं, तो वे गलत हैं. सोशल मीडिया साइट पर पीएम मोदी ने लिखा है कि कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ इकोसिस्टम सोचता है कि उनके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षों के उनके कुकर्मों को छिपा सकते हैं. पीएम ने लिखा कि खासकर डॉ. अंबेडकर का जो कांग्रेस ने अपमान किया था उसे छिपा लेंगे अगर वो ये सोचते हैं तो वो उनकी गलतफहमी है. भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक परिवार के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है.