प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को रेवाड़ी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी और 9,750 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. ये परियोजनाएं शहरी परिवहन, स्वास्थ्य, रेल और पर्यटन क्षेत्र की हैं.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ‘विकसित भारत' के लिए हरियाणा का विकसित होना बहुत जरूरी है और इसी को ध्यान में रखते हुए आज रेवाड़ी में राज्य की कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है.
PM मोदी ने कहा, ‘‘हरियाणा की डबल इंजन सरकार वैश्विक स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध है. बीते 10 वर्षों में हरियाणा में संपर्क से लेकर जनसुविधाओं तक का अभूतपूर्व विकास हुआ है.''
रेवाड़ी में एम्स 203 एकड़ में निर्मित होना है और इस पर 1,650 रुपये की लागत आएगी. इसमें 720 बिस्तरों का अस्पताल, 100 सीट क्षमता का मेडिकल कॉलेज, 60 सीटों का नर्सिंग कॉलेज और 30 बिस्तरों के साथ आयुष ब्लॉक होगा.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत स्थापित यह एम्स हरियाणा के लोगों को व्यापक गुणवत्ता और समग्र देखभाल की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा.
यहां कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रो-एंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, बर्न्स और प्लास्टिक सर्जरी सहित अन्य देखभाल सेवाएं उपलब्ध होंगी. संस्थान में गहन देखभाल इकाई, आपातकालीन और ट्रॉमा यूनिट, सोलह मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, डायग्नोस्टिक प्रयोगशालाएं, ब्लड बैंक, फार्मेसी आदि की सुविधाएं भी होंगी.
बयान में कहा गया कि हरियाणा में एम्स की स्थापना हरियाणा के लोगों को व्यापक, गुणवत्तापूर्ण और समग्र देखभाल की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला भी रखी, जिसे लगभग 5,450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा.
करीब 28.5 किलोमीटर की कुल लंबाई वाली यह परियोजना मिलेनियम सिटी सेंटर को उद्योग विहार फेज-5 से जोड़ेगी और साइबर सिटी के पास मौलसारी एवेन्यू स्टेशन पर रैपिड मेट्रो रेल गुरुग्राम के मौजूदा मेट्रो नेटवर्क से जुड़ेगी. बयान के मुताबिक, यह परियोजना लोगों को विश्वस्तरीय पर्यावरण के अनुकूल त्वरित शहरी परिवहन प्रणाली प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
प्रधानमंत्री ने कुरुक्षेत्र में नवनिर्मित अनुभव केंद्र ज्योतिसर का उद्घाटन किया. यह अनुभवात्मक संग्रहालय लगभग 240 करोड़ की लागत से बनाया गया है. संग्रहालय 17 एकड़ में फैला है, जिसमें 100,000 वर्ग फुट से अधिक इनडोर स्थान शामिल है. यह महाभारत की महाकाव्य कथा और गीता की शिक्षाओं को जीवंत करेगा.
ज्योतिसर, कुरुक्षेत्र वह पवित्र स्थल है जहां भगवान कृष्ण ने अर्जुन को भगवद गीता का शाश्वत ज्ञान प्रदान किया था. प्रधानमंत्री कई रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी और कुछ को राष्ट्र को समर्पित किया.
जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई उनमें रेवाड़ी-कठुवास रेल लाइन (27.73 किलोमीटर), कठुवास-नारनौल रेल लाइन (24.12 किलोमीटर), भिवानी-डोभ भाली रेल लाइन (42.30 किलोमीटर) और मनहेरू-बवानी खेड़ा रेल लाइन (3150 किमी) का दोहरीकरण शामिल है.
प्रधानमंत्री ने रोहतक-मेहम-हांसी रेल लाइन (68 किलोमीटर) राष्ट्र को समर्पित किया. इससे रोहतक और हिसार के बीच यात्रा का समय कम होगा. उन्होंने रोहतक-मेहम-हांसी खंड पर ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई. इससे रोहतक और हिसार क्षेत्र में रेल संपर्क में सुधार होगा और रेल यात्रियों को फायदा होगा.