प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ओडिशा के दौरे के दौरान 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की 105 विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया. इसके साथ ही "ओडिशा विजन डॉक्यूमेंट" का अनावरण किया और नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. उन्होंने 'लखपति दीदी' और अन्य लोगों सहित कई लोगों को सम्मानित भी किया.
जून 2024 में राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद से छठी बार ओडिशा आए पीएम मोदी ने यहां जनता मैदान में एक समारोह में परियोजनाओं का शुभारंभ किया. प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं में पेयजल और सिंचाई, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा, ग्रामीण सड़कें और पुल, राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे बुनियादी ढांचा शामिल हैं.
ट्रंप के निमंत्रण पर पीएम मोदी
पीएम मोदी ने लोगों को संबधित करते हुए कहा, "कुछ दिन पहले, मैं कनाडा में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने गया था, जब मुझे राष्ट्रपति ट्रंप का फ़ोन आया, उन्होंने मुझे वाशिंगटन आने का निमंत्रण दिया. मैंने उनके विचारशील निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया, साथ ही यह भी बताया कि मुझे महाप्रभु की पवित्र भूमि पर वापस जाना है. पूरे सम्मान के साथ, मैंने विनम्रतापूर्वक उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया."
रेलवे लाइन का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने सोनपुर-पुरुनकटक रेलवे लाइन का उद्घाटन करने के बाद बौध जिले के लिए पहली यात्री ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. सरला-सासोन के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन तथा झारसुगुड़ा-जामगा के बीच चौथी रेल लाइन जैसी रेलवे परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया गया. इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने पर्यावरण अनुकूल शहरी गतिशीलता को बढ़ावा देते हुए राजधानी क्षेत्र शहरी परिवहन (सीआरयूटी) प्रणाली के तहत 100 इलेक्ट्रिक बसों को भी हरी झंडी दिखाई.
ओडिशा विजन डॉक्यूमेंट में क्या
लोगों की प्रतिक्रिया के आधार पर तैयार किए गए 'ओडिशा विजन डॉक्यूमेंट' का अनावरण करते हुए प्रधानमंत्री ने राज्य के विकास लक्ष्यों के लिए रोडमैप पेश किया. रोडमैप 2036 में भाषाई राज्य के रूप में ओडिशा के गठन की शताब्दी और 2047 में भारत की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने के इर्द-गिर्द केंद्रित है. इस विजन का लक्ष्य 2036 तक ओडिशा को 500 बिलियन डॉलर और 2047 तक 1.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलना है.
लखपति दीदी से मिले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने 'बारापुत्र ऐतिहासिक ग्राम योजना' भी शुरू की, जो ओडिया हस्तियों के जन्मस्थानों को स्मारकों में बदलने की पहल है, जिसमें संग्रहालय, व्याख्या केंद्र, प्रतिमाएं और पुस्तकालय शामिल हैं, जिससे सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और विरासत को संरक्षित किया जा सकेगा. पीएम मोदी ने राज्य भर की कुछ सफल महिलाओं को भी सम्मानित किया, जिनमें कुछ "लखपति दीदी" भी शामिल थीं.
'लखपति दीदी' ग्रामीण विकास मंत्रालय की एक पहल है, जो स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में महिलाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है. इसका लक्ष्य स्थायी आजीविका प्रथाओं को अपनाकर उन्हें एक लाख रुपये से अधिक की वार्षिक घरेलू आय प्राप्त करने में मदद करना है. देश में 16.60 लाख 'लखपति दीदी' बनाने की सूची में ओडिशा शीर्ष पर है.