प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले बुधवार को केंद्रीय मंत्रियों को इस दौरान 'क्या करें और क्या ना करें' के बारे में बताया, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि दो दिवसीय आयोजन के दौरान गणमान्य विदेशी मेहमानों को किसी तरह की कोई असुविधा न हो. मंत्रियों से कहा गया है कि वे अपने सरकारी वाहनों को छोड़कर भारत मंडपम् और अन्य बैठक स्थलों तक पहुंचने के लिए शटल सेवा का इस्तेमाल करें.
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने उनसे जी-20 इंडिया मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के साथ बातचीत के दौरान इसके अनुवाद और अन्य विशेषताओं का बेहतर इस्तेमाल करने को कहा.
जी-20 मोबाइल ऐप में सभी भारतीय भाषाओं के साथ ही जी-20 देशों की भाषाओं के हाथों-हाथ अनुवाद करने की विशेषता है.
शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचने वाले विश्व के नेताओं के स्वागत की जिम्मेदारी कुछ मंत्रियों को दिए जाने की उम्मीद है.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपीएस सिंह बघेल ने मंगलवार को नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के दिल्ली पहुंचने पर उनका स्वागत किया.
करीब एक घंटे तक चली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से पहले अनौपचारिक बातचीत के दौरान मंत्रियों को बताया गया कि शिखर सम्मेलन भारत और उसकी वैश्विक छवि के लिए कितना महत्वपूर्ण है.