पीएम मोदी ने अनिल एंटनी को केरल की राजनीति में बताया युवाओं का प्रतीक, बोले-ताजगी की जरूरत

PM Modi in Kerala : पीएम मोदी ने केरल में दावा किया कि लोगों को तभी फायदा होगा जब लगातार एलडीएफ, यूडीएफ सरकारों का चक्र टूटेगा क्योंकि वे कथित तौर पर केवल वोट-बैंक की राजनीति पर केंद्रित हैं.

Advertisement
Read Time: 3 mins
पीएम मोदी ने उम्मीद जताई है कि इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान केरल में कमल खिलेगा.
पथनमथिट्टा (केरल):

केरल के दक्षिणी हिस्से के खासी ईसाई आबादी वाले पथानामथिट्टा जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समुदाय के साथ सीधा संपर्क साधने का प्रयास किया और कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ए.के. एंटनी के बेटे अनिल के. एंटनी को युवाओं के प्रतीक के रूप में पेश किया. पिछले साल कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले अनिल एंटनी के संदर्भ में मोदी ने कहा, “केरल की राजनीति में इसी तरह की ताजगी की जरूरत है.” एंटनी पथानामथिट्टा लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार भी हैं.

यहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) कार्यकर्ताओं और समर्थकों की बड़ी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले लोकसभा चनाव 2019 में भाजपा का मतप्रतिशत दहाई में था और इसलिए केरल में दहाई में सीटों का लक्ष्य भी ज्यादा दूर नहीं. वेटिकन में पोप फ्रांसिस के साथ अपनी मुलाकात को याद करते हुए मोदी ने इस दक्षिणी जिले में महत्वपूर्ण उपस्थिति रखने वाले ईसाई समुदाय के साथ संपर्क जोड़ते हुए कहा, “पिछले चुनाव में केरल में लोगों ने हमें दहाई में मत-प्रतिशत हासिल करने वाली पार्टी बनाया और अब, सीटों के दोहरे अंकों में पहुंचने की हमारी नियति भी दूर नहीं है.”

पिछले महीने कोट्टायम जिले के पूंजर में एक कैथोलिक पादरी को एक वाहन द्वारा टक्कर मारने की घटना का स्पष्ट संदर्भ देते हुए मोदी ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केरल में चर्च के पादरी भी हिंसा से सुरक्षित नहीं हैं.” उन्होंने राज्य में माकपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) पर भी हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि केरल के लोग इन दोनों मोर्चों की लगातार “भ्रष्ट और अक्षम” सरकारों से पीड़ित हैं.

Advertisement

आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के उम्मीदवारों के लिए यहां सार्वजनिक अभियान को संबोधित करते हुए, मोदी ने एलडीएफ शासन के तहत राजनयिक माध्यम से सोने की तस्करी और पिछले यूडीएफ शासन के तहत सौर पैनल घोटाले का मुद्दा उठाते हुए दोनों मोर्चों पर कटाक्ष किया. मोदी ने दावा किया कि लोगों को तभी फायदा होगा जब लगातार एलडीएफ, यूडीएफ सरकारों का चक्र टूटेगा क्योंकि वे कथित तौर पर केवल वोट-बैंक की राजनीति पर केंद्रित हैं.

Advertisement

प्रधानमंत्री ने यह भी तर्क दिया कि एलडीएफ और यूडीएफ दोनों की सोच और विचारधारा पुरानी है और केरल के लोगों की प्रगतिशीलता और दूरदर्शी सोच के बिल्कुल विपरीत है. उन्होंने यह भी कहा कि एलडीएफ और यूडीएफ दोनों सरकारों ने रबर किसानों के संघर्षों से आंखें मूंद ली हैं. जनसभा में राजग के लोकसभा उम्मीदवार वी. मुरलीधरन (अटिंगल), अनिल के. एंटोनी (पथानामथिट्टा), शोभा सुरेंद्रन (अलाप्पूझा) और बैजू कालासला (मावेलीक्कारा) समेत अन्य नेता भी मौजूद थे. उनके अलावा हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं पद्मजा वेणुगोपाल भी मंच पर मौजूद थीं.
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Jagannath Rath Yatra 2024: यात्रा का दूसरा दिन आज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
Topics mentioned in this article