प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीय विदेश सेवा (IFS) के 2021 बैच के अधिकारी प्रशिक्षकों (Trainee Officers) से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से खुद का विकास और देश की प्रगति में कैसे उपयोगी हो सकते हैं, इसके मद्देनजर अगले 25 वर्षों के लिए सोचने और योजना बनाने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, आईएफएस के 2021 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने 7, लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने आईएफएस के प्रशिक्षु अधिकारियों को सेवा में शामिल होने पर बधाई दी और कहा कि उन्हें अब विश्व मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा.
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने उनसे सेवा में शामिल होने के कारणों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों को अगले 25 वर्षों की लंबी अवधि के लिए सोचने और योजना बनाने को लेकर प्रोत्साहित किया कि वे इस अवधि के दौरान खुद को कैसे विकसित कर सकते हैं और देश के विकास के लिए उपयोगी हो सकते हैं.
बयान के अनुसार, 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा-ज्वार वर्ष मनाने की बात करते हुए मोदी ने विस्तार से चर्चा की कि वे बाजरा-ज्वार को लोकप्रिय बनाने में कैसे योगदान दे सकते हैं ताकि भारतीय किसान लाभान्वित हो सकें. उन्होंने बताया कि कैसे बाजरा-ज्वार पर्यावरण के अनुकूल हैं और इसके स्वास्थ्य लाभ भी हैं.
मोदी ने लाइफ (पर्यावरण के लिए जागरूक जीवन शैली) मुहिम के बारे में भी बात की और पर्यावरण को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी जीवन शैली में छोटे बदलाव कैसे ला सकते हैं, इस पर चर्चा की. बयान में कहा गया है कि प्रशिक्षु अधिकारियों ने इस साल के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में प्रधानमंत्री द्वारा बताए पंच प्रण पर चर्चा की और आईएफएस अधिकारी इसमें कैसे योगदान दे सकते हैं, इस बारे में जानकारी दी.