पीएम मोदी ने देश को समर्पित किए INS सूरत, नीलगिरी और वाघशीर ; भारतीय नेवी की बढ़ीं ताकत

पीएम मोदी इस वक्त मुंबई में हैं. जहां पीएम नौसेना के डॉकयार्ड पर देश को आईएनएस सूरत, नीलगिरी, वाघशीर समर्पित किए.

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नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को मुंबई के मुंबई डॉकयार्ड में नौसेना के आईएनएस सूरत (INS Surat), आईएनएस नीलगिरी (INS Nilgiri) और आईएनएस वाघशीर (INS Vaghsheer) राष्ट्र को समर्पित किए. पीएम मोदी (PM Modi) दिल्ली से मुंबई में नौसेना के डॉकयार्ड पहुंचे. यहीं पर पीएम मोदी आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी और आईएनएस वाघशीर राष्ट्र को समर्पित किए.

पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा

इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, "...आज भारत की समुद्री विरासत, नौसेना के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए बहुत बड़ा दिन है. छत्रपति शिवाजी महाराज ने भारतीय नौसेना को नई ताकत और नया विजन दिया था. आज उनकी पावन धरती पर हम 21वीं सदी की नौसेना को मजबूत करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम उठा रहे हैं. यह पहली बार है जब एक विध्वंसक, एक फ्रिगेट और एक पनडुब्बी, तीनों को ही एक साथ नौसेना में शामिल किया जा रहा है."

पीएम मोदी ने कहा, "21वीं सदी के भारत का सैन्य सामर्थ्य भी अधिक सक्षम और आधुनिक हो, ये देश की प्राथमिकताओं में से एक है. जल हो, थल हो, नभ हो, डीप सी हो या फिर असीम अंतरिक्ष हर जगह भारत अपने हितों को सु​रक्षित कर रहा है. इस​के लिए निरंतर रिफॉर्म किए जा रहे हैं..."

पीएम नरेंद्र मोदी

इसी के साथ पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की बात है कि आईएनएस सूरत (INS Surat), आईएनएस नीलगिरी (INS Nilgiri) और आईएनएस वाघशीर (INS Vaghsheer) भारत में निर्मित हैं. आज का भारत दुनिया में एक प्रमुख समुद्री शक्ति के रूप में उभर रहा है. आज भारत को वैश्विक स्तर पर, विशेष रूप से ग्लोबल साउथ में एक विश्वसनीय और जिम्मेदार साझेदार के रूप में मान्यता प्राप्त है. भारत विस्तारवाद की नहीं, बल्कि विकास की भावना से काम करता है. भारत ने हमेशा एक खुले, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन किया है..."

पीएम मोदी का मुंबई यात्रा का शिड्यूल

पीएम मोदी 10:25 बजे नौसेना डॉकयार्ड पहुंचे. इसके बाद पीएम मोदी साढ़े दस बजे के बाद आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी, आईएनएस वाघशीर देश को समर्पित किए. इसके बाद 12 बजकर 5 मिनट से 12:45 बजे तक महायुति नेताओं के साथ अनौपचारिक बैठक करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी 3 बजकर 20 मिनट के करीब नवी मुंबई में इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे.

भारत के लिए एक और बड़ी उपलब्धि

3 प्रमुख नौसैनिक युद्धपोतों का जलावतरण रक्षा निर्माण और समुद्री सुरक्षा में वैश्विक रूप से अग्रणी बनने के भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. पी15बी गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर परियोजना का चौथा और अंतिम युद्धपोत आईएनएस सूरत दुनिया के सबसे बड़े और सबसे परिष्कृत विध्वंसक युद्धपोतों में से एक है. इसमें 75 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री है और यह अत्याधुनिक हथियार-सेंसर पैकेज और उन्नत नेटवर्क-केंद्रित क्षमताओं से लैस है.

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3 युद्धपोत नेवी के लिए क्यों खास

पी17ए स्टील्थ फ्रिगेट परियोजना का पहला युद्धपोत आईएनएस नीलगिरि, भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा डिजाइन किया गया है और इसे बढ़ी हुई क्षमता, समुद्र में लंबे समय तक रहने तथा स्टील्थयुक्‍त उन्नत सुविधाओं के साथ नौसेना में शामिल किया गया है, यह स्वदेशी फ्रिगेट की अगली पीढ़ी को दर्शाता है. पी75 स्कॉर्पीन परियोजना की छठी और अंतिम पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर, पनडुब्बी निर्माण में भारत की बढ़ती विशेषज्ञता का प्रतिनिधित्व करती है और इसका निर्माण फ्रांस के नौसेना समूह के सहयोग से किया गया है.