Pfizer की कोविड-19 वैक्सीन के लिए भारत में मंजूरी की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अल्बर्ट बोर्ला ने यह जानकारी दी. समाचार एजेंसी ANI ने अल्बर्ट के हवाले से कहा, 'भारत में इस्तेमाल होने वाली कोविड-19 वैक्सीन के लिए मंजूरी हासिल करने की उनकी कंपनी की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. मैं उम्मीद करता हूं कि बहुत जल्द ही सरकार के साथ करार को अंतिम रूप दे देंगे.' ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की ओर से वैक्सीन के आयात को गति देने लेकर भारत में विशिष्ट परीक्षण की जरूरत को खत्म किए जाने के कुछ सप्ताह बाद यह जानकारी आई है ..DCGI के प्रमुख वीजी सोमानी ने कहा कि देश में कोरोना के मामलों में आए उछाल और टीकाकरण के लिए वैक्सीनेशन की बड़ी जरूरत को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है.
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उन्होंने अमेरिका-भारत चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित किए जा रहे 15वें भारत-अमेरिका औषधि एवं स्वास्थ्य सेवा शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि फाइजर ने एक विशेष योजना बनाई है जिसके तहत भारत सहित मध्य और निम्न आय वाले देशों को इन टीकों की कम से कम दो अरब खुराक मिलेगी.' डॉ बोर्ला ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि हम जल्द ही भारतीय स्वास्थ्य सेवा अधिकारियों द्वारा भारत में उत्पाद को मंजूरी और सरकार के साथ समझौते को अंतिम रूप दे देंगे ताकि हम अपनी ओर से टीका भेजना भी शुरू कर सके." उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में हो रहा टीकों के स्थानीय विनिर्माण से भारतीयों के "टीकाकरण की नींव" हासिल होगी. फाइजर के सीईओ ने कहा, "लेकिन हमसे और साथ ही मॉडर्ना से भी अतिरिक्त एमआरएनए टीका हासिल करने से भी महत्वपूर्ण मदद मिलेगी."
भारत में कोवैक्सीन और कोविशील्ड के अलावा रूस की वैक्सीन स्पूतनिक V के उपयोग को मंजूरी दी गई है. स्पूतनिक भारत के पास कोरोना संक्रमण के खिलाफ तीसरी वैक्सीन है. डॉ. रेड्डीज ने पिछले साल सितंबर में इस टीके के मेडिकल एग्जामिनेशन और भारत में इसके डिस्ट्रीब्यूशन अधिकार के लिए ‘रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड' (RDIF) के साथ भागीदारी शुरू की थी. बता दें कि स्पूतनिक वी' के तीसरे चरण के टेस्ट के अंतरिम नतीजों में इसके 91.6 फीसदी प्रभावी होने की बात सामने आई थी. (भाषा से भी इनपुट)