केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान तेल उत्पादक देशों द्वारा कम उत्पादन करने के कारण पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ी हैं.उन्होंने कहा कि कम उत्पादन से तेल की मांग एवं आपूर्ति में असंतुलन हो गया. देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए प्रधान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘तेल उत्पादक देशों ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान उत्पादन बंद कर दिया या इसे कम कर दिया.
मांग और आपूर्ति में इस असंतुलन के कारण ईंधन की कीमतों पर दबाव देखा गया.'' उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले कच्चे तेल की कीमतें 35 से 38 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी, जो अब बढ़कर 54 से 55 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गई है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों के बढ़ने के कारण भारत में भी ईंधन की कीमतें बढ़ गईं. प्रधान ने कहा, ‘‘हमारी मुख्य चुनौती यह है कि हमें अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत कच्चे तेल का आयात करना पड़ता है और हमारी खपत भी बढ़ रही है.''