"शायद सांसद महोदय के ये संस्कार रहे होंगे कि वो सरकारी अफसर से..", NDTV से बोले DJB अधिकारी संजय शर्मा

NDTV ने इस पूरे प्रकरण को लेकर दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी संजय शर्मा  से खास बातचीत की .

Advertisement
Read Time: 11 mins

दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी ने प्रवेश वर्मा के खिलाफ कराई शिकायत

नई दिल्ली:

दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद प्रवेश वर्मा द्वारा दिल्ली जल बोर्ड अधिकारी को फटकार लगाने का एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में प्रवेश वर्मा जल बोर्ड के अधिकारी को यमुना में केमिकल डालने को लेकर डांट रहे हैं. हालांकि, वीडियो में दिख रहा है कि अधिकारी सांसद महोदय को ये बार बार समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि जो केमिकल यमुना में डाला जा रहा है, उससे यमुना का पानी साफ होगा, और ये केमिकल मान्यता प्राप्त है. लेकिन सांसद वर्मा ने अधिकारी की सुनने को तैयार नहीं थे. अब इस मामले में पीड़ित अधिकारी संजय शर्मा ने सांसद प्रवेश वर्मा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है. साथ ही उन्होंने मांग की है कि उनकी शिकायत जल्द ही एफआईआर में बदला जाए. NDTV ने इस पूरे प्रकरण को लेकर दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी संजय शर्मा  से खास बातचीत की .

इस बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि कल हम वहां पर छिड़काव का काम कर रहे थे. इंजार्ज होने के नाते ये मेरी जिम्मेदारी बनती थी कि मैं इस बात का ख्याल रखूं की कुछ ऊपर नीचे ना हो जाए. इसके बाद माननीय सांसद महोदय वहां आए. पहले इधर उधर घूमे और फिर हमारे पास. इसके बाद उन्होंने अपनी संस्कृति सभ्यता के हिसाब से भाषा का इस्तेमाल किया. जिसको दोहराना कहीं से भी ठीक नहीं होगा. शायद उनकी सभ्यता रही होगी कि वो सरकारी अफसर या किसी काम करने वाले अधिकारी से ऐसे बात करें. सांसद महोदय ने प्लांट के बारे में पूछा और फिर चिल्लाना शुरू कर दिया. कहने लगे की इसमें जहर है. तुम यमुना में डालकर लोगों को मारोगे.

उन्होंने आगे कहा कि मैंने उनसे बड़ी शालीनता से कहा कि अगर आपको कोई शंका है तो हम आपकी शंका का निवारण कर देते हैं कि ये केमिकल किसी भी तरह से जहरीला नहीं है. यह केमिकल एफटीए से भी अप्रूव है, इस केमिकल के लिए नमामि गंगे ने भी हमें एप्रूवल दिया है. और मैं उनको मिनट्स दिखाने की कोशिश कर रहा था . लेकिन वो कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे. मैंने ये भी समझाने की कोशिश की कि इस केमिकल का यमुना पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन वो नहीं सुन रहे थे क्योंकि शायद उनका इरादा कुछ और था. वो शायद राजनीति ही करने आए थे. मैंने अपने साथ हुए इस दुर्व्यवहार को लेकर कालिंदी कुंज थाने में शिकायत दी है. मैंने एसएचओ से कहा कि मेरी शिकायत को एफआईआर में बदला जाए.

Advertisement
Topics mentioned in this article