राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने पाकिस्तान को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान में रहने वाले लोग खुश नहीं है. वहां रहने वाले लोगों को मानना है कि देश का बंटवारा किया जाना एक गलती थी. मोहन भागवत ने ये बातें क्रांतिकारी हेमू कलानी की जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह के दौरान कही. उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि ये 1947 (बंटवारे) से पहले की बात है. जिन्होंने भारत का बंटवारा किया क्या वो लोग अभी भी खुश हैं? वहां सिर्फ दर्द ही दर्द है.
उन्होंने आगे कहा कि भारत उस संस्कृति को नहीं मानता है जिसमे सिर्फ दूसरों पर हमला करने को कहा जाता हो. मेरा मतलब ये नहीं है कि भारत को पाकिस्तान पर हमला करना चाहिए. ऐसा बिल्कुल नहीं है. हमारी सभ्यता ये है ही नहीं जिसमे हम दूसरे पर हमले की बात करते हैं.
हां, लेकिन हमारी सभ्यता ये जरूर कहती है कि अगर कोई हमला करें तो उसे अपनी आत्मरक्षा में मुंहतोड़ जवाब कैसे देना है. हम ऐसा करते हैं और हम आगे भी ऐसा ही करेंगे. आज पाकिस्तान के लोगों कहते हैं कि देश का बंटवारा होना उनके एक गलती की तरह है. आज ये सभी लोग कह रहे हैं.