Pegasus scandal: आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के करीबी सलाहकार भी इजरायली स्पाईवेयर 'पेगासस' के संभावित टारगेट थे. एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.न्यूज वेबसाइट The Wire की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ अन्य बौद्ध धर्मगुरुओं, तिब्बती अधिकारियों और कार्यकर्ताओं के फोन नंबर भी लीक हुए डेटाबेस में पाए गए हैं, जिससे पता चलता है कि वर्ष 2017 से 2019 की शुरुआत तक उन्हें निगरानी (monitoring) के लिए चिन्हित किया गया था.हालांकि रिपोर्ट यह भी कहती है कि इनके फोन नंबर शामिल होने के मायने यह नहीं हैं कि ये पेगासस के 'टारगेट' थे क्योंकि यह केवल डिवाइस के फोरेंसिक विश्लेषण से ही स्पष्ट हो सकेगा.
पेगासस का इस्तेमाल अपने अफसरों और मंत्रियों की जासूसी के लिए कर रही ममता बनर्जी सरकार : BJP
न्यूज वेबसाइट उन 17 मीडिया ऑर्गेनाइजेशंस में से है जिन्होंने एक जांच (Investigation) प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि कुछ राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों, पत्रकारों सहित अनेक भारतीयों की निगरानी करने के लिये इजराइली स्पाइवेयर पेगासस का कथित तौर पर उपयोग किया गया था. NDTV ने स्वतंत्र रूप से इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है
इस बीच, भारत के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये भारतीयों की कथित जासूसी करने संबंधी खबरों को सिरे से खारिज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि संसद के मॉनसून सत्र से ठीक पहले ऐसी रिपोर्ट का प्रकाशित होना कोई संयोग नहीं है बल्कि ये आरोप भारतीय लोकतंत्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास हैं. राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच, अपने बयान में वैष्णव ने कहा कि जब देश में नियंत्रण एवं निगरानी की व्यवस्था पहले से है तब अनधिकृत व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से निगरानी संभव नहीं है.