भारतीय जनता पार्टी के कुर्सियांग सीट से विधायक बिष्णु प्रसाद शर्मा ने सोमवार को घोषणा की कि वह दार्जिलिंग लोकसभा सीट पर पार्टी के उम्मीदवार राजू बिस्ता के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा' से फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ते समय भाजपा में ही रहेंगे और पार्टी अगर चाहती है, तो वह कोई भी अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है, लेकिन उनका खुद से पार्टी से नाता तोड़ने का कोई इरादा नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘बिस्ता मेरे उम्मीदवार नहीं हैं. हम किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं चाहते. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा को कोई ‘भूमि पुत्र' (स्थानीय नेता) नहीं मिला.''
उन्होंने कहा, ‘‘यह दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के 17 लाख मतदाताओं के चेहरे पर तमाचा है.''
अलग गोरखालैंड राज्य के निर्माण के मुखर समर्थक माने जाने वाले भाजपा विधायक ने 2009 से दार्जिलिंग लोकसभा सीट पर भाजपा की ऐतिहासिक सफलता पर प्रकाश डाला.
हालांकि, उन्होंने लगातार ऐसे उम्मीदवारों का चयन करने के लिए पार्टी की आलोचना की, जिनका दार्जिलिंग पहाड़ियों से कोई संबंध नहीं है.
इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुये, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘राजू बिस्ता को दोबारा टिकट देने का निर्णय अंतिम है और पार्टी इस मामले पर एकजुट है. बिस्ता बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगे.''
हालांकि, उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के शर्मा के फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.