73वें गणतंत्र दिवस पर 30 मिनट देरी से शुरू होगी परेड, शामिल हो सकेंगे सिर्फ 8 हजार लोग

Republic Day Parade: गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल के प्रस्तावों को शामिल करने के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि अस्वीकार किए गए प्रस्तावों पर कोई पुनर्विचार नहीं हुआ है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
Republic Day Parade में 30 मिनट की देरी होगी, यह सुबह 10:30 बजे शुरू होगी. 
नई दिल्ली:

Republic Day Parade: देशभर में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर सरकार ने 26 जनवरी को नई दिल्ली में 73वें गणतंत्र दिवस परेड समारोह में राजपथ पर दर्शकों की संख्या को लगभग 8,000 तक कम करने का फैसला किया है. रक्षा मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हम लोगों को ऑनलाइन प्रारूप में देखने के लिए बढ़ावा दे रहे हैं. दर्शकों की संख्या कम कर दी जाएगी ताकि वे सुपर-स्प्रेडर न बनें. यह संख्या 5000-8000 के बीच होगी. पिछले साल गणतंत्र दिवस परेड में कुल 25,000 लोग शामिल हुए थे. इस बार परेड में 30 मिनट की देरी होगी ताकि लोग बेहतर ढंग से देख सकें. यह सुबह 10:30 बजे शुरू होगी. 

इस साल गणतंत्र दिवस की परेड में दिखेगा बड़ा बदलाव, जानिए क्या होगा खास

उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट के पास राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे, उसी समय राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट शहीदों के परिजनों के घर जाएंगे और प्रधानमंत्री द्वारा हस्ताक्षरित प्लेग सौपेंगे. अब तक 5,000 से अधिक शहीदों के परिजनों की पहचान की गई है.

गणतंत्र दिवस समारोह से पहले 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती मनाने के दौरान शाम को इंडिया गेट पर एक छोटा सा समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को पुरस्कार प्रदान करेंगे. सम्मानित व्यक्तियों को एक प्रमाण पत्र और 5 लाख रुपये नकद मिलेगा, जबकि संस्थानों को एक प्रमाण पत्र और 51 लाख रुपये नकद मिलेगा. राजपथ पर 12 राज्यों और 9 केंद्रीय मंत्रालयों की झांकी प्रदर्शित की जाएगी.

Advertisement

झांकी विवाद के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा बंगाल, तमिलनाडु के सीएम को पत्र

गणतंत्र दिवस परेड में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और केरल के प्रस्तावों को शामिल करने के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि अस्वीकार किए गए प्रस्तावों पर कोई पुनर्विचार नहीं हुआ है. इस बार, सरकार ने उन लोगों को आमंत्रित किया है जो हाशिए पर हैं और उन्हें भव्य समारोह देखने का अवसर नहीं मिला है. इनमें रिक्शा चालक, ऑटो चालक, सफाई कर्मचारी, फ्रंटलाइन कार्यकर्ता शामिल हैं.

Advertisement

अधिकारी ने बताया कि आईआईटी-दिल्ली के स्टार्टअप को राजपथ पर लगभग 1000 ड्रोन समूह दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है. इसके साथ ही भारत इतने बड़े पैमाने पर ड्रोन शो दिखाने वाला चौथा देश बन जाएगा. 26 जनवरी को राजपथ पर अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, त्रिपुरा, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की झांकियां दिखाई जाएंगी.

Advertisement

26 जनवरी परेड : कोरोना के चलते कार्यक्रम में कई बदलाव, वैक्सीनेशन सर्टिफ़िकेट दिखाने पर ही एंट्री

Advertisement
Featured Video Of The Day
Chhattisgarh के Kanker में नक्सली मुठभेड़ का तीसरा दिन, सुरक्षाबल ने नक्सलियों का बड़ा ग्रुप घेरा