- गौतम अदाणी ने संस्कृति और ज्ञान के संरक्षण के लिए 100 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है.
- पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के सैंकड़ों प्राचीन मंदिरों की उपेक्षा पर दुख जताया है.
- साथ ही अदाणी की पहल को लेकर कहा कि हर सभ्यता की विरासत को इसी तरह का सम्मान मिलना चाहिए.
पाकिस्तान में हिंदुओं की हालत किसी से छिपी नहीं है. पाकिस्तान में सैंकड़ों प्राचीन मंदिरों की विरासत धूल फांक रही है और सरकार इसे लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है. अब इसे लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया का दर्द छलका है और इसे लेकर उन्होंने निशाना साधा है. कनेरिया ने कहा कि पाकिस्तान में मंदिर खस्ताहाल हैं. उन्होंने कहा कि एक हिंदू होने के नाते मुझे दुख है कि पाकिस्तान के सैकड़ों प्राचीन मंदिरों की दशकों तक उपेक्षा की गई. कनेरिया ने कहा कि भारत के उद्योगपति गौतम अदाणी कल्चर के लिए 100 करोड़ रुपये लगा रहे हैं.
कनेरिया ने कहा कि गौतम अदाणी ने संस्कृति और ज्ञान के संरक्षण के लिए 100 करोड़ रुपए देने का संकल्प लिया है. हर सभ्यता की विरासत को इसी तरह का सम्मान मिलना चाहिए.
अदाणी का 100 करोड़ देने का ऐलान
दरअसल, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अदाणी ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव 2025 में इंडोलॉजी रिसर्च का विस्तार करने, दुर्लभ पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण, विद्वानों को सशक्त बनाने और दीर्घकालिक संस्थागत क्षमता को मजबूत करने के लिए 100 करोड़ रुपए रुपये देने का ऐलान किया है.
सांस्कृतिक आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना जरूरी
इसके साथ ही अदाणी ने कॉन्क्लेव के दौरान कहा कि भारत के लिए सिर्फ आर्थिक ताकत ही नहीं, बल्कि एक सभ्यता को अपने सांस्कृतिक आत्मविश्वास और पहचान के साथ आगे बढ़ना जरूरी है. उन्होंने कहा कि एक मजबूत सभ्यता ही एक स्थिर अर्थव्यवस्था और वैश्विक नेतृत्व की नींव है.














