आप लोग तो सिर्फ... पहलगाम हमले को लेकर महबूबा मुफ्ती का एक और बड़ा बयान, पढ़ें क्या कुछ कहा 

महबूबा मुफ्ती ने इससे पहले भी पहगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बयान दिया था. उस दौरान उन्होंने सेना से खास अपील की थी. उन्होंने कहा था कि बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान किसी आम नागरिक को नुकसान ना हो इसका ख्याल रखा जाना चाहिए.

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पहलगाम आतंकी हमले पर फिर आया महबूबा मुफ्ती का बयान

नई दिल्ली:

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की जांच लगातार जारी है. उधर, सेना भी घाटी (कश्मीर) में आतंकियों की तलाश में उनके हाइड आउट्स को तबाह कर रही है. इन सब के बीच सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम हमले को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. उनके इस बयान की चर्चा अब जोरों पर है. सोशल मीडिया पर भी उनके इस बयान को लेकर बहस छिड़ती दिख रही है. 

महबूबा मुफ्ती ने अपने हालिया बयान में पहलगाम हमले को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की एक टिप्पणी की आलोचना भी की. उन्होंने कहा कि एक कश्मीरी नेता होकर ऐसे बयान देना बहुत ही खतरनाक साबित हो सकता है. ऐसा बयान मीडिया को मौका देगी कि वह कश्मीरियों और मुसलमानों को बदमान करें. उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला का बयान गलत और भ्रामक है. 

हिमांशी नरवाल के बयान की तारीफ की

महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम हमले में मारे गए नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल की ओर से शांति की अपील की सराहना की. आपको बता दें कि हिमांशी नरवाल ने इस आतंकी हमले के बाद कहा था कि हम नहीं चाहते हैं कि लोग हमले को लेकर मुसलमानों और कश्मीरियों के पीछे पड़ जाएं. हम शांति और न्याय की अपील करते हैं. जिसने गलत किया है उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. 

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पहलगाम को लेकर पहले भी बयान दे चुकी हैं महबूबा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग इलाकों में सेना अब आतंकियों के घरों को धराशायी करने का युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है. बीते कुछ दिनों में सेना ने 10 से ज्यादा आतंकियों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो चुकी है. सेना की इस कार्रवाई को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने कुछ दिन पहले एक बयान दिया था. उन्होंने आतंकियों के खिलाफ की जा रही इस कार्रवाई को लेकर सावधानी बरतने की अपील की थी. 

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महबूबा मुफ्ती ने जोर देकर कहा था कि आतंकवादियों और निर्दोष नागरिकों के बीच स्पष्ट अंतर किया जाना चाहिए ताकि क्षेत्रीय एकता को बनाए रखा जा सके और विभाजन को गहराने से रोका जा सके.महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट पर अपने बयान में कहा था कि कश्मीर में हजारों लोगों की गिरफ्तारियों और घरों के विध्वंस की रिपोर्टों पर अपनी चिंता जाहिर की है.उनका दावा था कि इन रिपोर्टों में आम नागरिकों के घर भी शामिल है, जो आतंकियों के घरों के साथ ध्वस्त कर दिए हैं.

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