जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ लोगों में खासा गुस्सा है. यही वजह है कि लोग इस हमले के खिलाफ अब सड़कों पर उतर रहे हैं.श्रीनगर में लोगों ने इस हमले के खिलाफ मार्च निकाला और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. स्थानीय लोगों ने कहा कि हम मांग करते हैं कि सरकार इस हमले में शामिल आतंकियों को चुन-चुन कर मारना चाहिए. हिन्दुस्तान की जनता चाहती है कि केंद्र सरकार को पाकिस्तान को इस हमले का जवाब दे.
एक्शन में सरकार
पहलगाम में हुए आतंकी हमले से आहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब दौरा रद्द कर तुरंत भारत लौटे. दिल्ली पहुंचते ही एयरपोर्ट पर उन्होंने आपात बैठक बुलाई. इस अति महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव मौजूद थे. प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा से वापसी के तुरंत बाद इस उच्च स्तरीय बैठक में हमले की गंभीरता, अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और सुरक्षा रणनीतियों पर विस्तार से मंथन किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के साथ द्विपक्षीय बैठक में शामिल होने के बाद बाकी कार्यक्रम छोड़कर बुधवार सुबह स्वदेश लौट आए.
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल के सालों में सबसे घातक नागरिक हमला हुआ है. मंगलवार, 22 अप्रैल को हुए इस कायराना आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए. केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के से जुड़े- द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
माना जाता है कि TRF को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISIS का समर्थन मिला हुआ है और यह लश्कर के संस्थापक और 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का प्रॉक्सी है. मंगलवार को इस समूह ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि क्षेत्र में "जनसांख्यिकीय परिवर्तन" किया जा रहा है और यही हमले का कारण है.