पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत लगातार सख्त कदम उठा रहा है. भारत के सख्त तेवर को देख पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. आलम ये है कि सीमा पर पाकिस्तान लगातार अपने जवानों की तैनाती बढ़ा रहा है. पाकिस्तान के मंत्री लगातार गीदड़भभकी दिखा रहे हैं, जिनका भारत पर कोई असर नहीं हो रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने पिछले सप्ताह पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच बुधवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को फोन किया. इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने मंगलवार को कहा था कि अमेरिका कश्मीर की स्थिति के संबंध में भारत और पाकिस्तान दोनों से संपर्क कर रहा है और उन्हें 'तनाव को और न बढ़ाने' के लिए कह रहा है.
Pahalgam Attack Live Updates:
हमले से जिंदगी थम गई, अब क्या करें’...पहलगाम हमले के बाद टट्टू चलाने वालों ने बयां किया दर्द
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद रियासी जिले स्थित शिवखोड़ी तीर्थस्थल पर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है. लोग यहां आने से गुरेज कर रहे हैं और अपनी टिकट भी कैंसिल करा रहे हैं. इससे उन लोगों पर गहरा असर पड़ रहा है, जिनकी आजीविका पर्यटन से जुड़ी हुई है. खासकर, टट्टू चलाने वालों की आजीविका पर इस टेरर अटैक की वजह से गहरा असर पड़ा है.
टट्टू चलाने वाले मोहम्मद सादिक कहते हैं कि पहले यहां स्थिति बिल्कुल ठीक थी. लोग बड़ी संख्या में यहां आते थे. हमें भी बहुत अच्छा लगता था. हमारा काम भी अच्छा चलता था, लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से तीर्थयात्रियों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है. इससे हमें बहुत दिक्कत हो रही है.
उन्होंने आगे कहा कि हमारी जिंदगी तो यात्रियों पर ही आश्रित है. हम उनके बिना क्या कर सकते हैं. हमारा जीवन तो उनसे ही चल रहा है, लेकिन अब यहां नहीं आ रहे हैं. हालांकि, यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल, सीआरपीएफ और सेना की तैनाती है, लेकिन शायद हाल ही में जिस तरह से पहलगाम में लोगों को मारा गया, उसकी वजह से लोगों में डर है और वे यहां से गुरेज कर रहे हैं. यहां जो बचे-खुचे यात्री हैं, हम उन्हें लगातार यही विश्वास दिला रहे हैं कि आप लोगों को बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है. आप लोग बिल्कुल सुरक्षित हैं.
सादिक कहते हैं कि हमारा काम तो पूरी तरह से यात्रियों पर ही आश्रित है. अगर वे नहीं आएंगे, तो हमारी जिंदगी कैसे चलेगी. हमले से पहले हमारा काम अच्छा चलता था. हम तीन-चार फेरी रोज लगाते थे, लेकिन जब से यह हमला हुआ है, तब से इस तरह की स्थिति पैदा हुई है. उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी और बड़ी संख्या में यात्री यहां आने लगेंगे.
वहीं, एक अन्य टट्टू चलाने वाले अश्विनी कुमार ने बताया कि हमारा जीवन ही पर्यटकों की वजह से चलता था, लेकिन पहलगाम में हुए टेरर अटैक के बाद लोग यहां आने से बच रहे हैं. पिछले साल हमारा बहुत अच्छा काम चला था. लेकिन, इस बार तो सब कुछ ठप हो गया.
उन्होंने कहा कि अगर यहां पर्यटक नहीं आएंगे, तो हमारा काम कैसे चलेगा. हमारा जीवन कैसे चलेगा. हमारा काम तो उनकी वजह से ही चलता था. यहां कोई दूसरा काम करने के लिए कुछ नहीं है. ऐसी स्थिति में हमारे पास रोजगार का संकट है. कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए?
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 26 निहत्थे लोग मारे गए थे. हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए. केंद्र सरकार ने 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया था, तो वहीं दूसरी तरफ भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का फरमान सुना दिया था.
मामले की गंभीरता को समझें', सुप्रीम कोर्ट का पहलगाम हमले को लेकर दाखिल याचिका की सुनवाई से इनकार
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को पहलगाम आतंकी हमले को लेकर दाखिल की गई याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए याचिकाकर्ता को चेतावनी दी और कहा कि इस तरह की याचिका दाखिल करने से बचना चाहिए. दरअसल, पहलगाम हमले की जांच को लेकर एक याचिका दाखिल की गई थी. इसमें मांग की गई थी कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का गठन किया जाए.
इसके अलावा, याचिका में एनआईए को जम्मू-कश्मीर के पर्यटक स्थलों में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने का निर्देश देने की मांग की गई थी. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन. कोटेश्वर सिंह की बेंच ने सुनवाई करते हुए कहा कि क्या आप सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज से इस मामले की जांच कराना चाहते हैं? मामले की गंभीरता को समझें.
पहलगाम हमले के पीछे लश्कर का खूंखार मॉड्यूल, सोनमर्ग टनल हमले से जुड़े तार
जम्मू-कश्मीर के फेमस टूरिस्ट स्पॉट पहलगाम की बैसारन घाटी हुए कायराना आतंकी हमले ने एक बार फिर आतंकवाद की भयावह तस्वीर सामने ला दी है. अब NDTV की विशेष पड़ताल में पता चला है कि इस बर्बर हमले के पीछे लश्कर-ए-तैयबा का वही खतरनाक मॉड्यूल है, जिसने अक्टूबर 2024 में सोनमर्ग की जेड-मोड टनल पर काम कर रहे मजदूरों और एक डॉक्टर पर हमला किया था, आतंकियों के इस हमले में छह मजदूरों और एक डॉक्टर की जान चली गई थी.
पहलगाम पहुंचे NIA के DG सदानंद दाते, आतंकी हमले वाली जगह का करेंगे दौरा
एनआईए डीजी पहलगाम पहुंच चुके हैं. जहां वो उस बैसरन घाटी में जाएंगे, जिस जगह पर आतंकियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
पहलगाम में आतंकी हमले वाली जगह जाएंगे NIA के DG : सूत्र
NIA के डीजी सदानंद दाते आज पहलगाम में आतंकी हमले वाली जगह पर जाएंगे. पहलगाम के आतंकी हमले की जांच एनआईए की टीम कर रही है. ये जानकारी सूत्रों के हवाले से दी गई है.
अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग को प्रतिबद्ध: जयशंकर से बातचीत के बाद रुबियो ने कहा
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले की घटना के बाद अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ फोन पर बातचीत की और कहा कि उनका देश आतंकवाद से मुकाबला करने में भारत के साथ सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है. दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के मध्य तनाव बढ़ गया है. बातचीत के दौरान जयशंकर ने रुबियो से कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के दोषियों, उनका समर्थन करने वालों और इसकी साजिश रचने वालों को निश्चित रूप से न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए.
पाकिस्तान के आईएसआई प्रमुख मोहम्मद असीम मलिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त
भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त किया है. मलिक को अक्टूबर 2024 में इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का महानिदेशक नियुक्त किया गया था. ‘कैबिनेट डिवीजन’ द्वारा मंगलवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार, जनरल मलिक को औपचारिक रूप से एनएसए का कार्यभार सौंपा गया है. अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक एचआई (एम), डीजी (आई), तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे.’’
पहलगाम हमले पर क्या बोले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार
पहलगाम आतंकी हमले पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा, "पहलगाम में हुआ हमला बेहद दुखद था और केंद्र और राज्य सरकारें लगातार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में महाराष्ट्र के छह लोगों की जान चली गई. हमने पिछली कैबिनेट मीटिंग में कुछ निर्णय लिए, जिसमें वित्तीय सहायता और रोजगार सहायता शामिल है. हम समझते हैं कि जो लोग चले गए हैं वे वापस नहीं आएंगे, लेकिन महाराष्ट्र सरकार प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है, यही वजह है कि यह निर्णय लिया गया है... इस घटना को लेकर राष्ट्रीय स्तर और जम्मू-कश्मीर दोनों जगह कई कदम उठाए जा रहे हैं. देश भर के लोगों को लगता है कि जवाब में कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन हर पहलू पर शांतिपूर्ण तरीके से सावधानीपूर्वक विचार किया जा रहा है. दिल्ली में प्रधानमंत्री के स्तर पर ऐसे सभी प्रयास किए जा रहे हैं."
AAP ने जातिगत गणना को पहलगाम हमले से ध्यान भटकाने का प्रयास बताया, भाजपा का पलटवार
आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह जातिगत गणना की घोषणा का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कर रही है. इसके जवाब में भाजपा ने आप की आलोचना करते हुए कहा कि उसके नेताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर "गैर-जिम्मेदाराना" बयान देने से बचना चाहिए.
आप की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "जब पाकिस्तान पर कार्रवाई करने का समय आया तो आपने कार्रवाई नहीं की, बल्कि जातिगत गणना का मुद्दा उठा दिया. पूरा देश आपके साथ है और आतंकवादियों पर कार्रवाई चाहता है."
आप के मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने भी इसी तरह की बात ही और आरोप लगाया कि इस कदम का उद्देश्य 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले से लोगों का ध्यान भटकाना है.
भारत ने पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद किया हवाई मार्ग, 23 मई तक लागू रहेगा प्रतिबंध
भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के स्वामित्व वाली और संचालित उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को 23 मई तक बंद करने की घोषणा की। कुछ दिन पहले ही इस्लामाबाद ने भारतीय विमानन कंपनियों के स्वामित्व वाली और संचालित सभी उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का फैसला किया था. भारत ने इस संबंध में नोटम (नोटिस टू एयरमैन) जारी किया है, जिसके तहत पाकिस्तानी विमानों को 23 मई तक भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया है.
पाकिस्तान ने लगातार सातवें दिन तोड़ा सीजफायर; भारत ने दिया करारा जवाब
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. इसके बावजूद पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा और लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के लगातार सातवें दिन सीजफायर का उल्लंघन किया. कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और जम्मू के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाक आर्मी ने स्मॉल आर्म्स से फायरिंग की. भारतीय सेना ने इसका माकूल जवाब दिया. पहलगाम के आतंकी हमले को लेकर भारत जिस तरह के सख्त कदम उठा रहा है, उससे पाकिस्तान बौखलाया हुआ है.
लगातार सातवे दिन पाक सेना ने सीजफायर का उल्लंघन किया
लगातार सातवे दिन पाक सेना ने सीजफायर का उल्लंघन किया है. बिना किसी उकसावे के पाक आर्मी ने एलओसी पर स्माल आर्म्स से फायरिंग की. कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और जम्मू के अखनूर सेक्टर में किया सीजफायर तोड़ा गया, जिसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया.
भारत-पाक में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने जयशंकर से की बात
अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान को तनाव कम करने की गुजारिश की है, आतंकवाद के खिलाफ दिल्ली के साथ सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है और पहलगाम आतंकी हमले की जांच में इस्लामाबाद से सहयोग करने का आग्रह किया है. विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बुधवार को विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अलग-अलग बात की. जयशंकर के साथ अपनी बातचीत में रुबियो ने पहलगाम में हुए "भयानक" आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए दुख जताया, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे.
पहलगाम आतंकी हमला: पाकिस्तान ने “उकसाए जाने पर” कड़ी प्रतिक्रिया देने की चेतावानी दी
पाकिस्तान ने भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच बुधवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है और अगर उसे उकसाया गया तो वह कड़ी प्रतिक्रिया देगा. सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी और विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री इस्हाक डार ने पहलगाम हमले की तटस्थ जांचकर्ताओं से स्वतंत्र व पारदर्शी जांच की मांग की.