आतंकी हमलों के बाद डोडा में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस का कहना है कि कई ओवरग्राउंड वर्करों और आतंकियों के समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार सोमवार को सेना के चार जवानों की हत्या सहित हाल के हमलों के बाद कार्रवाई तेज कर दी गई है. इस बीच डोडा के देसा इलाके में काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन चल रहा है. बड़ी संख्या में जवान और अर्धसैनिक बल इलाके में सर्च ऑपरेशन और एरिया डोमिनेशन चला रहे हैं.
डोडा में ऐसे हुई थी घटना
15 और 16 जुलाई की दरम्यानी रात डोडा में आतंकियों और सेना में मुठभेड़ हुआ था. इसमें एक पुलिसकर्मी समेत पांच सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी. 9 जुलाई को जम्मू के कठुआ में पांच जवान शहीद हो गए थे. 12 और 13 जून को इसी तरह की एक मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये थे और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की जान चली गई थी. डोडा जिले के गंदोह इलाके में हाल ही में हुए हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं, जहां 26 जून को मुठभेड़ में तीन विदेशी आतंकवादी मारे गए थे. गोलीबारी की घटना में राजौरी जिले के मंजकोट इलाके में सेना के एक शिविर को निशाना बनाया गया, जिसमें एक सैनिक घायल हो गया था.
9 जून को आम लोगों को मारा था
सबसे दुखद घटनाओं में से एक 9 जून को हुई, जब आतंकवादियों ने रियासी जिले के शिव खोड़ी मंदिर से तीर्थयात्रियों को ला रही एक बस पर हमला किया और उसमें नौ लोगों की जान चली गई. हमले में 41 लोग घायल भी हुए. ये घटनाएं क्षेत्र में बढ़ती हिंसा की उस प्रवृत्ति को रेखांकित करती है. सुरक्षा बलों के वाहन, खोज दलों और सैन्य काफिलों पर हुए हमलों में नागरिक और सुरक्षाकर्मी दोनों हताहत हुए हैं. इससे पहले मई में, आतंकवादियों ने पुंछ जिले में भारतीय वायुसेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें एक सैनिक की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे.