पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने शनिवार को कहा कि चीन में कई महीनों से फंसे 23 भारतीय चालक दल वाला मालवाहक जहाज भारत वापस आ रहा है. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एम.वी. जग जहाज जापान के चिबा पोर्ट की तरफ रवाना हो चुका है और 14 जनवरी को जापान पहुंचेगा, फिर कोरोना वायरस प्रोटोकॉल की प्रक्रिया पूरी करने के बाद स्वदेश लौटेगा. मंडाविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने लिखा है, "चीन में फंसे हमारे सीफर्स भारत वापस आ रहे हैं! जहाज एम.वी. जग आनंद, जिस पर 23 भारतीय चालक दल हैं, चीन में फंसे हुए थे, वे चालक दल अब जापान के चिबा, की ओर रवाना हो रहे हैं, और 14 जनवरी को भारत पहुंचेंगे.. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मजबूत नेतृत्व के कारण ही सका है."
बाद में केंद्रीय मंत्री ने इसमें संशोधन करते हुए बताया कि 14 जनवरी को चालक दल जापान के चिबा पहुंचेगा, उसके बाद कोविड-19 प्रोटोकॉल की प्रक्रिया पूरी कर स्वदेश रवाना होगा.
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा है,"मैं सीफ़र्स के प्रति ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी के मानवीय दृष्टिकोण की गहराई से सराहना करता हूं और इस महत्वपूर्ण समय में उनके द्वारा खड़ा हूं!"
चीन ने फंसे भारतीय नाविकों के मुद्दे पर कहा-किसी जहाज को रवाना होने से कभी मना नहीं किया गया
14 जनवरी को जापान पहुंचने के बाद पहले इसका क्रू बदला जाएगा. उसके बाद यह भारत की ओर रवाना होगा. चीनी प्रशासन ने कोविड-19 के मद्देनजर कई तरह के प्रतिबंध लगाने के कारण अपने बंदरगाहों पर चालक दल में बदलाव की अनुमति नहीं दी थी.
मालवाहक पोत एमवी जग आनंद 13 जून से चीन के हुबेई प्रांत में जिंगटांग बंदरगाह के पास खड़ा था. उस पर 23 भारतीय नागरिक चालक दल के रूप में सवार हैं. एक अन्य पोत एमवी अनासतासिया पर 16 भारतीय नागरिक चालक दल के रूप में हैं और यह 20 सितंबर से चीन के कोओफिदियन बंदरगाह के पास खड़ा है और माल के निपटारे का इंतजार कर रहा है. केंद्र सरकार सभी 39 चालक दल को भारत वापस बुलाने के लिए राजनयिक कोशिशें कर रहा है.