दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने नवनिर्मित संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन का प्रयास कर रहे पहलवानों को हिरासत में लिया है. भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों ने आज दिल्ली में 'महिला सम्मान महापंचायत' का आह्वान किया था. दिल्ली पुलिस द्वारा जंतर-मंतर खाली कराए जाने और पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक के ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट किया गया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है.
साक्षी मलिक ने अपने ट्वीट में लिखा, "हमारा आंदोलन खत्म नहीं हुआ है, पुलिस हिरासत से छूटकर हम वापस जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शुरू करेंगे. इस देश में अब तानाशाही नहीं, बल्कि महिला पहलवानों का सत्याग्रह चलेगा."
दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से पहलवानों के टेंट और अन्य सामान को हटा दिया है. इससे पहले, ओलंपियन और कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन सहित शीर्ष भारतीय पहलवानों को नवनिर्मित संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के प्रयास में हिरासत में ले लिया गया.
दिल्ली पुलिस ने बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और साक्षी सहित कई पहलवानों को हिरासत में लिया है. बजरंग ने पूनिया ने कहा कि हमारे 2000 से अधिक समर्थकों को हिरासत में लिया गया है. हर जगह तानाशाही चल रही है. बाद में उन्होंने ट्वीट किया, "क्या कोई सरकार देश के चैंपियनों के साथ ऐसा व्यवहार करती है? हमने क्या अपराध किया है?"
बता दें कि शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था. बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.
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