तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ट्रैक्टर रैली में जमकर हंगामा हुआ. बैरिकेड्स तोड़े गए, आंसू गैस के गोले छोड़े गए, झड़प हुई, लाठीचार्ज हुआ और लालकिले के भीतर भी किसान प्रवेश कर गए. इधर संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukta Kisan Morcha) की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि हम इस पूरे घटनाक्रम पर हम खेद व्यक्त करते हैं.आंदोलन में कुछ अराजक लोग घुस आए हैं.जिन लोगों ने तय रास्ते से बाहर जाने का काम किया है उससे संयुक्त किसान मोर्चा ख़ुद को अलग करता है.
Farmars' Rally: किसानों की ट्रैक्टर परेड हिंसक होने के बाद बंद किया गया कनॉट प्लेस
मोर्चा की तरफ से कहा गया है कि हम अपने आप को ऐसे सभी तत्वों से अलग कर लेते हैं जिन्होंने हमारे अनुशासन का उल्लंघन किया है. हम परेड के मार्ग और मानदंडों पर चलने के लिए सभी से दृढ़ता से अपील करते हैं, और किसी भी हिंसक कार्रवाई या राष्ट्रीय प्रतीकों और गरिमा को प्रभावित करने वाली किसी भी चीज़ में लिप्त नहीं होते हैं. हम सभी से अपील करते हैं कि वे ऐसे किसी भी कृत्य से दूर रहें.
कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति के मद्देनज़र दिल्ली के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद : ANI
बताते चले कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की आज ट्रैक्टर रैली हो रही है. दिए गए समय से पहले ही किसानों ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेड्स तोड़ दिए थे. किसान दिल्ली के आईटीओ और फिर लालकिला तक पहुंच गए. लालकिले के भीतर जाकर भी हंगामा हुआ. किसानों ने एक और झंडा फहराया. इससे पहले पुलिस ने इससे पहले दावा किया था कि दिल्ली आने वाले सभी बॉर्डर सील है, लेकिन किसानों का आंदोलन काबू से बाहर हो गया.