बिहार विधानसभा के बजट सत्र (Bihar Assembly budget session) के लिए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा सभी दलों के साथ मंथन कर रहे हैं. लेकिन विपक्ष को उनका अल्पअवधि का सत्र बुलाने का प्रस्ताव मंज़ूर नहीं है. रविवार को सभी विपक्षी दलों की एक बैठक विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के आवास पर हुई. जिसमें अध्यक्ष से आग्रह किया गया कि या तो बजट सत्र जैसा हर वर्ष डेढ़ महीने का आयोजित होता है वैसा बुलाया जाये नहीं तो विपक्ष छोटे सत्र का बहिष्कार ही नहीं करेगा बल्कि हर दिन मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों के घरों का घेराव करेगा.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर विधानसभा का सत्र परंपरागत तरीक़े से नहीं चलेगा तो हम लोग सदन का बहिष्कार करेंगे और मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री आवास का सभी महागठबंधन के लोग घेराव करने का प्रयास करेंगे. तेजस्वी के अनुसार जब हर तरह के राजनीतिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है तो विधानसभा का सत्र क्यों छोटा किया जा रहा है.
CM नीतीश कुमार ने JDU कार्यकर्ताओं से क्यों कहा- विधानसभा चुनाव के नतीजे भुलाकर आगे देखिए
इससे पूर्व शनिवार को बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के आमंत्रण पर तेजस्वी यादव उनसे मिलने गये थे. उस बैठक की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के कार्यक्रम का हवाला देकर सत्र को पहले की तरह नहीं कर छह से सात दिन का ही आयोजित करने पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार करना इसलिए भी संभव नहीं हैं क्योंकि अभी वैक्सीन के कार्यक्रम के बारे में कुछ भी साफ़ नहीं है. ऐसे में इसे आधार बनाकर विधानसभा का बजट सत्र, जो सबसे महत्वपूर्ण होता है, उसे अल्पअवधि का नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि जनता की आवाज़ फिर कौन उठायेगा.
CM नीतीश कुमार ने JDU कार्यकर्ताओं से क्यों कहा- विधानसभा चुनाव के नतीजे भुलाकर आगे देखिए
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर फिर आरोप लगाया कि उन्होंने विधानसभा में कोरोना से सम्बंधित सभी चीजों की मॉनिटरिंग के लिए एक सर्वदलीय समिति बनाने की बात की थी और बाद में उससे मुकर गये. उन्होंने कहा कि अगर सदन नियमित तरीक़े से चलेगा तो अगर वैक्सीन देने का कार्यक्रम भी चल रहा है तो फ़ीड्बैक के आधार पर उसकी मॉनिटरिंग बेहतर होगी.