Operation Sindoor: "कह कर मारा..." पाकिस्तान पर भारतीय सेना की स्ट्राइक पर एक्सपर्ट ने क्यों कहा, आज मैं बहुत खुश हूं

सुरक्षा विश्लेषक लेफ्टिनेंट जगतवीर सिंह ने बताया कि 1971 के बाद यह इस तरह का पहला हमला है. उन्होंने बताया कि जब 1999 में भी भारतीय सेना की ओर से हमला किया गया था तब उसमें केवल थल सेना और वायु सेना ही शामिल थी.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
नई दिल्ली:

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक के साथ जवाब दिया है. ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत बुधवार तड़के भारतीय थल सेना, वायुसेना और नेवी ने मिलकर पाकिस्तान में स्थित आतंकियों के 9 लॉकेशन को टारगेट किया. बता दें कि 1971 के बाद पहली बार तीनों सेनाओं ने मिलकर इस तरह से पाकिस्तान पर कोई हमला किया है. सेना द्वारा पाकिस्तान पर की गई एयरस्ट्राइक पर रक्षा विशेक्षज्ञ संदीप थापर और सुरक्षा विश्लेषक लेफ्टिनेंट जगतवीर सिंह ने एनडीटीवी को काफी चीजें बताईं.

सुरक्षा विश्लेषक लेफ्टिनेंट जगतवीर सिंह ने बताया कि 1971 के बाद यह इस तरह का पहला हमला है. उन्होंने बताया कि जब 1999 में भी भारतीय सेना की ओर से हमला किया गया था तब उसमें केवल थल सेना और वायु सेना ही शामिल थी. उस वक्त पाकिस्तान के अंदर जाकर टारगेट्स एंगेज नहीं किए गए थे. वहीं 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक में भी सिर्फ ग्राउंड फोर्स ही शामिल थी. यह पहली बार है, जब आर्मी, नेवी और एयरफोर्स ने पाकिस्तान की 9 जगहों पर टारगेट किया. इनमें से 4 जगह पाकिस्तान ओक्यूपाइड कश्मीर में हैं. 

पाकिस्तान में आतंकियों के इन ठिकानों को बनाया गया निशाना

  • मरकज़ सुभान अल्लाह, बहावलपुर - जैश
  • मरकज़ तैयबा, मुरीदके - लश्कर
  • सरजल, तेहरा कलां - जेईएम
  • महमूना जोया, सियालकोट - एचएम
  • मरकज़ अहले हदीस, बरनाला - लश्कर
  • मरकज़ अब्बास, कोटली - जैश
  • मस्कर राहील शाहिद, कोटली - एचएम
  • शावई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद - लश्कर
  • सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद - जेईएम

अभी जानकारी नहीं किन हथियारों का किया गया इस्तेमाल

सुरक्षा विश्लेषक लेफ्टिनेंट जगतवीर सिंह ने कहा, "अभी तक हमें पता नहीं चला है कि कौन से हथियारों का इस्तेमाल किया गया है और कौन से एयरक्राफ्ट इस्तेमाल किए गए हैं. जानकारी में ये लोग कह रहे हैं कि राफेल एयरक्राफ्ट का इसमें इस्तेमाल किया गया है." इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि "अगर हमले के बाद पाकिस्तान कुछ कार्रवाई करेगा भी तो इंडियन आर्मी उसके लिए पूरी तरह से तैयार है और इस एयरस्ट्राइक के कारण एलओसी पर फायरिंग भी बढ़ गई है".

Advertisement

पीएम मोदी ने बार-बार बोला बदला लेंगे

रक्षा विशेक्षज्ञ ब्रिगेडियर संदीप थापर ने कहा, "सुबह 3 बजे मुझे यह जानकारी मिल गई थी और तब से मुझे बहुत खुशी है. जब हमने उरी में स्ट्राइक किया था तब हमने बहुत छोटी रेंज में अटैक किया था. बालाकोट में भी हमने इसी तरह से अटैक किया था. तब हमने बताया नहीं था लेकिन इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बार-बार बोला है कि हम इसका बदला लेंगा और जिसे कहते हैं ना कि कह कर मारेंगे. इसका मतलब है कि हम पाकिस्तान को बोल रहे हैं कि हमें जहां टारगेट करना है, वहां करेंगे और हमें पता है कि तुम कुछ नहीं कर सकते... और अगर कर भी सकते हो तो भी हम तैयार हैं. 

Advertisement

पंजाब में भी किया टारगेट

उन्होंने कहा, "दूसरी बात ये है कि हमने पंजाब में भी टारगेट किया है. पंजाब पाकिस्तान का दिल है और वहां पर हमारी सेना ने टारगेट किया है. 3 बजे से मैं सोच रहा हूं कि ये प्लैनिंग कैसे की गई होगी. तीनों सेना एयरफोर्स, नेवी और थल सेना के बीच कैसे यह बात हुई होगी कि टारगेट कैसे करेंगे. आपने देखा होगा, सुना होगा कि पीएम मोदी इसे लाइव मॉनिटर कर रहे थे. इसका मतलब हमारे ड्रोन साइट पर थे. ये सारे कॉर्डिनेशन सीक्रेसी में किए गए और 12-13 दिनों में इस तरह से अटैक किया गया यह बहुत ही शानदार है". 

Advertisement

रक्षा विशेक्षज्ञ ब्रिगेडियर संदीप थापर ने कहा, "न हमने किसी मिलिट्री स्पेस पर एक्शन लिया और न ही हमने किसी सिवीलियन एरिया पर टारगेट किया और यहां किसी कोलेट्रल डैमेज की खबर नहीं मिल रही. हमने आतंकियों को टारगेट किया है क्योंकि यही भारत को सबसे ज्यादा परेशान कर रहे थे. इसके बाद पाकिस्तान के पास भारत पर जवाबी कार्रवाई करने का कोई कारण नहीं रह जाता है."

Advertisement

पहलगाम आतंकी हमले से अबतक की टाइमलाइन

  • 22 अप्रैल को पहलगाम में पर्यटकों पर हमला किया था. 
  • 23 अप्रैल को भारत ने कई कूटनीतिक एक्शन लिए गए थे. 
  • इसके बाद 24 अप्रैल को मीटिंग बुलाई गई थी. 
  • 25 अप्रैल को पीएम मोदी ने एक बयान में कहा था कि मिट्टी में मिलाकर रख देंगे. 
  • 26 अप्रैल को एनआईए ने जांच शुरू की. 
  • 27 अप्रैल को लश्कर और आईएसआई के इसमें शामिल होने के लिंक मिल गए थे. 
  • साथ ही इस आतंकी हमले में ओवरग्राउंड वर्कर्स का भी इस्तेमाल किया गया था. 
  • 30 अप्रैल पाकिस्तान के लिए एयरस्पेस बंद किया गया. 
  • 1 मई को पाकिस्तान के लिए आयात पूरी तरह से बैन कर दिया गया. 
Featured Video Of The Day
India-Pakistan Ceasefire: श्रीनगर के आसमान में एक साथ आए कई ड्रोन | BREAKING NEWS